समाचार पत्र की आत्मकथा
I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :
1. किन्हीं दो समाचार पत्रों के नाम बताइए
उत्तरः नवभारत टाइम्स, हिन्दुस्तान टाइम्स आदि।
2. हिन्दी का पहला समाचार पत्र कौन-सा है?
उत्तरः हिन्दी का पहला समाचार पत्र ‘उदंत मार्तड़’ है।
3. प्राचीन काल में राजा-महाराजा संदेश कैसे भेजते थे?
उत्तरः प्राचीन काल में राजा-महाराजा कबूतरों और संदेशवाहकों द्वारा संदेश भेजते थे।
4 समाचार पहुँचाने के नवीन साधन कौन-कौन से हैं ?
उत्तरः समाचार पहुँचाने के नवीन साधन, रेडियो, टेलीफोन, दूरदर्शन, कंप्यूटर आदि है ।
5. कन्नड़ का पहला समाचार पत्र कौन-सा है ?
उत्तरः कन्नड का पहला समाचार पत्र ‘मंगलूरू समाचार’ हैं।
II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
1. आजकल प्रचलित कन्नड़, अंग्रेजी और हिंदी के दैनिक अखबारों की सूची तैयार कीजिए
उत्तर: आजकल प्रचलित कन्नड़, अंग्रेजी और हिन्दी के दैनिक अखबारों की सूची – नवभारत टाइम्स, हिन्दुस्तान टाइम्स, टाइम्स ऑफ इंडिया, डेक्कन हेराल्ड, इंडियन एक्सप्रेस, अमर उजाला, संयुक्त कर्नाटक, विजय कर्नाटक, प्रजावाणी, उदयवाणी, दैनिक जागरण, राजस्थान पत्रिका, जनसत्ता, लोकसत्ता आदि हैं।
2. समाचार पत्रों में कौन-कौन से विषय होते हैं?
उत्तरः समाचार पत्र में देश-विदेशों में घटनेवाली घटनाओं का विवरण रहता है। खेल-कूद, सिनेमा, मौसम, नौकरी संबंधी विज्ञापन, बाजार-भाव, कृषि-व्यापार संबंधी सूचनाएँ मिलती हैं। कार्टून, पदबंध, विवाह संबंधी विज्ञापन, परीक्षोपयोगी सामग्री, परीक्षा-फल आदि भी जान सकते हैं। आजकल बड़े-बड़े लेखकों की रचनाएँ भी प्रकाशित होने लगी हैं। विशेषांकों में जीवनी, कविता, एकांकी, नाटक, कहानी, आलोचना, स्वास्थ्य, फिल्म संबंधी सूचनाएँ भी प्रकट होती रहती हैं। किसानों के लिए कृषि संबंधी विशेष जानकारी भी मिलती है। इन सबके अलावा वैज्ञानिक आविष्कारों से भी परिचित होते हैं।
III. समझिए और लिखिए
1. दूरदर्शन – दूर + दर्शन – टेलिविजन
2. दूरभाषा – दूर + भाषा – टेलिफोन
3. दूरसंचार – ‘दूर + संचार – टेलीकम्यूनिकेशन
IV. सही शब्द चुनकर लिखिए :
(सुन, पढ़, पढ़-सुन)
1. ‘रेडियो’ से समाचार सुन सकते हैं
2. दूरदर्शन में हम समाचार सुन और पढ़ सकते हैं।
3. समाचार पत्र पढ़ सकते हैं
V. सही (✓) या गलत (✗) का निशान लगाइए :
1. समाचार पत्र ज्ञान का महंगा साधन है। (✓)
2. प्राचीन काल में कबूतरों के द्वारा संदेश भेजते थे। (✓)
3. रेडियो से हम समाचार पढ़ सकते हैं। (✗)
4. रोज़ समाचार पढ़ने से हमारा ज्ञान बढ़ता है। (✓)
VI. दोनों खंडों को जोड़कर नए शब्द बनाइए :
1. किन्हीं दो समाचार पत्रों के नाम बताइए
उत्तरः नवभारत टाइम्स, हिन्द
VII. मैं कौन ?
1. घर में हो तो कली
बाहर हो तो खिली
उत्तर: छतरी
2. दाना दुनका खाता हूँ
मैं भी पाला जाता हूँ।
शांति दूत सब कहते हैं,
पत्र भी देने जाता हैं।
उत्तर: कबूतर
अपने दोस्तों के साथ ऐसे ही अन्य पहेलियों को बुझाइए।
VIII. नमूने के अनुसार विलोम शब्द लिखिए :
उदा : सुबह x शाम
1. अमीर x गरीब्र
2. अंदर x बाहर
3. जीना x मरना
4. ज्ञान x अज्ञान
5. सस्ता x वितस्ता
6. एक x अनेक
7. सरल x कठिन
IX. नमूने के अनुसार अलग – अलग अर्थ देनेवाले वाक्य लिखिए :
दो – 1. राधा के पास दो रुपये हैं।
दो – 2. लता को कलम दो।
अ. कल
1. मेरा दोस्त कल बेंगलूर जाते हैं।
2. आज मैं स्कूल जाऊँगा, कल नहीं आऊँगा।
आ. मत
1. अधिक भोजन मत खाओ ।
2. बेटा, तुम चिंता मत करो.
इ. पर
1. मेज़ पर किताबें हैं।
2. मैं लिखना चाहता था पर स्याही खत्म हो गई।
X. चित्र देखकर उनके लिए दो शब्द लिखिए :
photo
XI. नमूने के अनुसार सही वर्तनीवाले शब्द लिखिए :
भाषा ज्ञान
‘दिवरुक्ति’
अखबार पढ़ते – पढ़ते हम चाय पीते हैं। इस वाक्य में पढ़ते शब्द की आवृत्ति हुई है। इसे द्विरुक्ति कहते हैं। ऐसे अन्य पाँच शब्द लिखिए।
पूरक वाचन
पढ़िए और लिखिए :
दूरदर्शन के माध्यम से हम संसार के किसी भी स्थान पर होनेवाली किसी भी घटना को सीधे प्रसारण दुबारा अपने घर बैठे – बैठे देख सकते हैं। विश्व के किसी भी कोने में होनेवाले खेलों का आनंद हम घर बैठे ले सकते हैं। दूरदर्शन केवल मनोरंजन को ही नहीं बल्कि ज्ञान का भी स्रोत है। यह हमें जीवन के प्रत्येक क्षेत्र के बारे में जानकारी उपलब्ध कराता है।
दूरदर्शन के माध्यम से देश में ही नहीं अपितु विदेश में हो रही घटनाओं, क्रियाकलापों तथा व्यापक सुधारों को जनसामान्य तक पहुँचाया जा सकता है। इसको जनसामान्य के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है और मनुष्य अपनी जीवन-शैली को परिवर्तित करता है। दूरदर्शन सभ्यता व संस्कृति के प्रचार-प्रसार में सहायक होता है।
दूरदर्शन से शिक्षा, विज्ञान, व्यापार, चिकित्सा, युद्ध, कृषि व राजनीति आदि से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियाँ प्राप्त होती हैं। शिक्षा के क्षेत्र में तो दूरदर्शन बहुत ही महत्वपूर्ण सिद्ध हुआ है। शिक्षण -कार्य में दूरदर्शन के उपयोग से समय और धन दोनों की ही बचत होती है। सामान्य ज्ञान के विकास में तो दूरदर्शन बहुत ही उपयोगी साबित हुआ है। दूरदर्शन पर व्यावसायिक वस्तुओं की कीमतों में उतार-चढ़ाव को देख सकते हैं। इसके द्वारा हमें शेयर बाज़ार की भी जानकारी प्राप्त होती है। दूरदर्शन मनोरंजन का एक उपयोगी साधन है। दूरदर्शन पर प्रसारित किए जानेवाले विभिन्न कार्यक्रम हमें स्वस्थ मनोरंजन प्रदान करते हैं। केबल टेलीविजन के माध्यम से विश्व भर के चैनलों में से अपना मनपंसद चैनल चुनकर अपना मनोरंजन व ज्ञानवर्धन कर सकते हैं।
1. दूरदर्शन केवल मनोरंजन का ही नहीं बल्कि ज्ञान का भी स्रोत है।
2. दूरदर्शन सभ्यता व संस्कृति के प्रचार-प्रसार में सहायक होता है।
3. शिक्षण कार्य में दूरदर्शन के उपयोग से समय और धन दोनों की ही बचत होती है।
समाचार पत्र की आत्मकथा
समाचार पत्र की आत्मकथा पाठ का सारांश:
समाचार पत्र को अखबार भी कहते हैं। इस पाठ में समाचार पत्र के महत्व और लाभ को बताया गया है। रोज सबेरे उठते ही लोग समाचार पत्र पढ़ते हैं। देश विदेश की खबरों से परिचित हो जाते हैं। समाचार पत्रों को पढ़े बिना कुछ लोगों की सुबह नहीं होती। अखबार पढ़ते-पढ़ते चाय या काफी पीते हैं। घर में बैठे-बैठे विश्व की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। मनोरंजन के लिए भी यह सुलभ-साधन है।
पुराने जमाने में राजा-महाराजा कबूतरों के द्वारा संदेश भेजा करते थे। कभी-कभी संदेशवाहक संदेश लेकर जाते थे। रेडियो, टेलिफोन, दूरदर्शन, कम्प्यूटर, समाचार पत्र के साथी हैं। रेडियो से केवल समाचार सुन सकते हैं। दूरदर्शन के द्वारा घटनाओं को देख सकते हैं।
भारतवर्ष में पहले अंग्रेजी में बंगाल गजट’ अखबार सन् 1780 में प्रकाशित हुआ। हिन्दी में ‘उदंत मार्तंड’, कन्नड़ में ‘मंगलूरु समाचार’ सन् 1843 में पहले प्रकाशित हुआ। आज हर एक भाषा में अखबार प्रकाशित होते हैं। कुछ प्रसिद्ध समाचार पत्रों के नाम है – नवभारत टाइम्स, हिन्दुस्तान टाइम्स, टाइम्स आफ इंडिया, डेक्कन हेराल्ड, इंडियन एक्सप्रेस, अमर उजाला, संयुक्त कर्नाटक, विजय कर्नाटक, प्रजावाणी, उदयवाणी, दैनिक जागरण, राजस्थान पत्रिका, जनसत्ता, लोकसत्ता आदि।
कुछ समाचार पत्र दैनिक है और कुछ साप्ताहिक और कुछ पाक्षिक। विषय की दृष्टि से समाचार पत्रों को सामाजिक, धार्मिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, मनोरंजक आदि वर्गों में विभाजित किया जाता है। अखबार द्वारा देश-विदेश में घटनेवाली घटनाओं का वर्णन मिलता है। खेल-कूद, सिनेमा, मौसम, नौकरी संबंधी विज्ञापन, बाजार-भाव, कृषि व्यापार संबंधी सूचनाएँ मिलती हैं। काटुन, पदबंध, विवाह संबंधी विज्ञापन, परीक्षा फल की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अखबारों में बड़े लेखको की रचनाएँ प्रकाशित होती है। जीवनी, कविता, एकांकी, नाटक, कहानी, आलोचना, स्वास्थ्य संबंधी लेख, फिल्म संबंधी सूचनाएँ आदि जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। वैज्ञानिक आविष्कारों से परिचित होते हैं। समाचार पत्र का रिश्ता जीवन-भर का रिश्ता है। सचमुच समाचार पत्र जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है।
ಪತ್ರಿಕೆ ಆತ್ಮ ಚರಿತ್ರೆ ಕನ್ನಡದಲ್ಲಿ ಸಾರಾಂಶ:
ಸಮಾಚಾರ ಪತ್ರಿಕೆಯ ಆತ್ಮಕಥೆ
ಪ್ರತಿ ದಿನ ಬೆಳಗ್ಗೆ ಮನೆ ಮನೆಗೆ ಬರುವೆ. ದೇಶ ವಿದೇಶಗಳ ಸುದ್ದಿಯನ್ನು ತಿಳಿಸುವೆ. ಭೂಮಿ ಆಕಾಶಗಳನ್ನು ವರೆಗಿನ ಮಾತು ಹೇಳುವೆ .ನಿಮಗೆ ಗೊತ್ತೇ ನಾನು ಯಾರು?
ನಾನೇ ಸಮಾಚಾರ ಪತ್ರ. ಮುಸ್ಸಂಜೆಯಾದ ತಕ್ಷಣವೇ ನಾನು ಪ್ರತಿಯೊಬ್ಬರ ಮನೆಯಲ್ಲಿಯೂ ಸಹ ಕಾಣಿಸಿಕೊಳ್ಳುತ್ತೇನೆ. ಬಹಳಷ್ಟು ಜನರಿಗೆ ನನ್ನನ್ನು ನೋಡಿ ಓದದಿದ್ದರೆ ಅವರಿಗೆ ಮುಂಜಾನೆಯಾಗಿಲ್ಲವೆಂಬ ಭಾವನೆವಾಗುತ್ತದೆ. ಕೆಲವರು ನನ್ನನ್ನು ಓದುತ್ತಲೇ ಚಹಾ ಮತ್ತು ಕಾಫಿಯನ್ನು ಕುಡಿಯುತ್ತಾರೆ. ಪತ್ರಿಕೆಗಳು ಮನುಷ್ಯ ಜೀವನದ ಮಹತ್ವಪೂರ್ಣ ಅವಿಭಾಜ್ಯ ಅಂಗವಾಗಿದೆ. ಇವು ಕುಳಿತಲಿಲ್ಲ ಕುಳಿತಲ್ಲಿಯೇ ಹಿಡಿ ವಿಶ್ವದ ಹಾಗೂ ಹೋಗುಗಳನ್ನು ತಿಳಿಸುತ್ತವೆ. ಪತ್ರಿಕೆ ಬಡವ ಬಲಿತ ಬಲ್ಲಿದ್ದಾರೆ ಎಲ್ಲರೂ ಜ್ಞಾನವನ್ನು ಪಡೆಯಬಹುದಾದ ಸುಲಭ ಸಾಧನವಾಗಿದೆ. ಪ್ರಾಚೀನ ಕಾಲದಲ್ಲಿ ರಾಜ ಮಹಾರಾಜರು ಪಾರಿವಾಳಗಳ ಮೂಲಕ ಸಂದೇಶಗಳನ್ನು ರವಾನಿಸುತ್ತಿದ್ದರು. ಈಗ ಸಮಾಚಾರಗಳನ್ನು ತಿಳಿಯಲು ಪತ್ರಿಕೆಗಳ ಜೊತೆ ರೇಡಿಯೋ ,ದೂರವಾಣಿ ,ದೂರದರ್ಶನ ,ಕಂಪ್ಯೂಟರ್ ಇತ್ಯಾದಿ ಸಾಧನೆಗಳಿವೆ. ರೇಡಿಯೋ ನಲ್ಲಿ ಕೇವಲ ಸುದ್ದಿಗಳನ್ನು ಕೇಳಬಹುದು. ಆದರೆ ದೂರದರ್ಶನದ ಮೂಲಕ ಘಟನೆಗಳನ್ನು ವೀಕ್ಷಿಸಲು ಸಾಧ್ಯವಿದೆ .ಇವೆಲ್ಲವುಗಳಿಂದ ಪತ್ರಿಕೆಗಳು ಸರಳ ಸಾಧನೆಯ ಸರಳ ಸಾಧನಗಳಾಗಿದ್ದು ವಿವಿಧ ರೀತಿಯ ವಿಷಯಗಳು ಜನರಿಗೆ ತಲುಪಿಸುತ್ತೇವೆ.
ಭಾರತದ ಮೊದಲ ಪತ್ರಿಕೆ "ಬಂಗಾಲ ಗೆಜ್ಜೆಟ್" 1780 ರಲ್ಲಿ ಪ್ರಕಟವಾಯಿತು ಈ ಹಿಂದಿಯಲ್ಲಿ "ಉದಂತ ಮಾರ್ತಾಂಡ" ಕನ್ನಡದಲ್ಲಿ "ಮಂಗಳೂರು ಸಮಾಚಾರ" 1843ರಲ್ಲಿ ಪ್ರಕಟವಾದ ಮೊದಲ ಪತ್ರಿಕೆಗಳು, ಪ್ರಸ್ತುತ ಕಾಲದಲ್ಲಿ ಬೇರೆ ಬೇರೆ ಭಾಷೆಗಳ ಸಾವಿರಾರು ಪತ್ರಿಕೆಗಳು ಪ್ರಕಟವಾಗುತ್ತಿದೆ ನವ ಭಾರತ ಟೈಮ್ ಹಿಂದೂಸ್ತಾನ್ ,ಟೈಮ್ ಆಫ್ ಇಂಡಿಯಾ, ಡೆಕ್ಕನ್ ಎರಡು ಇಂಡಿಯನ್ ಎಕ್ಸ್ಪ್ರೆಸ್ ,ಸಂಯುಕ್ತ ಕರ್ನಾಟಕ ವಿಜಯ ,ಕರ್ನಾಟಕ ಪ್ರಜಾಯ ,ಪ್ರಜಾವಾಣಿ, ಉದಯವಾಣಿ ಮೊದಲಾದ ಪತ್ರಿಕೆಗಳು ಮುಂಚೂಣಿಯಲ್ಲಿದೆ ಪತ್ರಿಕೆಗಳಲ್ಲಿ ದೈನಿಕ ಸಪ್ತೈಕ ಪಾಕ್ಷಿಕ ಪ್ರತಿ 15 ದಿನಗಳಿಗೆ ಒಮ್ಮೆ ಪ್ರಕಟಿತ್ತು. ಮೊದಲಾದ ವಿಧಗಳಿವೆ ವಿಷಯಗಳ ಆಧಾರದ ಮೇಲೆ ಸಾಮಾಜಿಕ, ಧಾರ್ಮಿಕ ,ಸಾಹಿತ್ಯಾಕ ,ಆರ್ಥಿಕ, ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ,ಮನೋರಂಜನೆ ಇವೆಲ್ಲ ಮೊದಲಾದ ವಿಭಾಗಗಳು ಅನ್ನು ವಿಭಾಗಗಳನ್ನು ಮಾಡಬಹುದಾಗಿದೆ .
ದೇಶ ವಿದೇಶಗಳ ಘಟನೆಗಳ ವಿವರಣೆ ಪತ್ರಿಕೆಗಳನ್ನು ದೊರೆಯುತ್ತದೆ .
ಕ್ರೀಡೆ ಸಿನಿಮಾ ಉದ್ಯೋಗ ಮಾರುಕಟ್ಟೆ ವಿಚಾರ ಕೃಷಿ ವ್ಯಾಪಾರಗಳಿಗೆ ಸಂಬಂಧಿಸಿದ ವಿವಾರಗಳು ದೊರೆಯುತ್ತವೆ. ವ್ಯಂಗ್ಯ ,ಚಿತ್ರ, ಪದಬಂಧ ,ವೈವಹಿಕ, ಸಂಬಂಧದ ,ಜಾಹೀರಾತು, ಪರೀಕ್ಷ ಮಾರ್ಗದರ್ಶಿ, ಪರೀಕ್ಷಾ ಫಲಿತಾಂಶಗಳನ್ನು, ತಿಳಿಸಿ ಪ್ರಸ್ತುತ ಕಾಲದಲ್ಲಿ ಪತ್ರಿಕೆಗಳಲ್ಲಿ ಕಾಲಕಾಲಕ್ಕೆ ಮಹಾನ್ ಲೇಖಕರ ಸಮಾಯೋಚಿತ ಬರಹಗಳು, ಏಕಾಂಗಿ ,ನಾಟಕ ,ಕಥೆ ,ವಿಮರ್ಶೆ ,ಆರೋಗ್ಯ ,ಸಿನಿಮಾ, ಇತ್ಯಾದಿ ವಿಷಯಗಳು ಸೇರಿರುತ್ತದೆ. ರೈತರಿಗಾಗಿ ಕೃಷಿಗೆ ಸಂಬಂಧಿಸಿದಂತ ವಿಷಯ ಮಾಹಿತಿಗಳಿರುತ್ತದೆ .ಇವೆಲ್ಲವು ಇವೆಲ್ಲವುಗಳಿಂದ ಪತ್ರಿಕೆಗಳು ಮಾನವನ ಜೀವನದ ಅವಿಭಾಜ್ಯ ಅಂಗಗಳಾಗಿವೆ. ಪತ್ರಿಕೆಗಳನ್ನು ಓದುವುದರಿಂದ ನಿಮಗೆ ವಿಶೇಷ ಜ್ಞಾನ ವೃದ್ಧಿ ಆಗುವುದರ ಜೊತೆಗೆ ಅನೇಕ ಮಾಹಿತಿಗಳು ಲಭ್ಯ ಇಂತಹ ವಿಶೇಷ ಅನುಕೂಲಗಳು ಪತ್ರಿಕೆಗಳಿಂದಾಗುತ್ತದೆ.
ಸಮಾಚಾರ ಪತ್ರಿಕೆಯ ಆತ್ಮಕಥೆ
ಪ್ರತಿ ದಿನ ಬೆಳಗ್ಗೆ ಮನೆ ಮನೆಗೆ ಬರುವೆ. ದೇಶ ವಿದೇಶಗಳ ಸುದ್ದಿಯನ್ನು ತಿಳಿಸುವೆ. ಭೂಮಿ ಆಕಾಶಗಳನ್ನು ವರೆಗಿನ ಮಾತು ಹೇಳುವೆ .ನಿಮಗೆ ಗೊತ್ತೇ ನಾನು ಯಾರು?
ನಾನೇ ಸಮಾಚಾರ ಪತ್ರ. ಮುಸ್ಸಂಜೆಯಾದ ತಕ್ಷಣವೇ ನಾನು ಪ್ರತಿಯೊಬ್ಬರ ಮನೆಯಲ್ಲಿಯೂ ಸಹ ಕಾಣಿಸಿಕೊಳ್ಳುತ್ತೇನೆ. ಬಹಳಷ್ಟು ಜನರಿಗೆ ನನ್ನನ್ನು ನೋಡಿ ಓದದಿದ್ದರೆ ಅವರಿಗೆ ಮುಂಜಾನೆಯಾಗಿಲ್ಲವೆಂಬ ಭಾವನೆವಾಗುತ್ತದೆ. ಕೆಲವರು ನನ್ನನ್ನು ಓದುತ್ತಲೇ ಚಹಾ ಮತ್ತು ಕಾಫಿಯನ್ನು ಕುಡಿಯುತ್ತಾರೆ. ಪತ್ರಿಕೆಗಳು ಮನುಷ್ಯ ಜೀವನದ ಮಹತ್ವಪೂರ್ಣ ಅವಿಭಾಜ್ಯ ಅಂಗವಾಗಿದೆ. ಇವು ಕುಳಿತಲಿಲ್ಲ ಕುಳಿತಲ್ಲಿಯೇ ಹಿಡಿ ವಿಶ್ವದ ಹಾಗೂ ಹೋಗುಗಳನ್ನು ತಿಳಿಸುತ್ತವೆ. ಪತ್ರಿಕೆ ಬಡವ ಬಲಿತ ಬಲ್ಲಿದ್ದಾರೆ ಎಲ್ಲರೂ ಜ್ಞಾನವನ್ನು ಪಡೆಯಬಹುದಾದ ಸುಲಭ ಸಾಧನವಾಗಿದೆ. ಪ್ರಾಚೀನ ಕಾಲದಲ್ಲಿ ರಾಜ ಮಹಾರಾಜರು ಪಾರಿವಾಳಗಳ ಮೂಲಕ ಸಂದೇಶಗಳನ್ನು ರವಾನಿಸುತ್ತಿದ್ದರು. ಈಗ ಸಮಾಚಾರಗಳನ್ನು ತಿಳಿಯಲು ಪತ್ರಿಕೆಗಳ ಜೊತೆ ರೇಡಿಯೋ ,ದೂರವಾಣಿ ,ದೂರದರ್ಶನ ,ಕಂಪ್ಯೂಟರ್ ಇತ್ಯಾದಿ ಸಾಧನೆಗಳಿವೆ. ರೇಡಿಯೋ ನಲ್ಲಿ ಕೇವಲ ಸುದ್ದಿಗಳನ್ನು ಕೇಳಬಹುದು. ಆದರೆ ದೂರದರ್ಶನದ ಮೂಲಕ ಘಟನೆಗಳನ್ನು ವೀಕ್ಷಿಸಲು ಸಾಧ್ಯವಿದೆ .ಇವೆಲ್ಲವುಗಳಿಂದ ಪತ್ರಿಕೆಗಳು ಸರಳ ಸಾಧನೆಯ ಸರಳ ಸಾಧನಗಳಾಗಿದ್ದು ವಿವಿಧ ರೀತಿಯ ವಿಷಯಗಳು ಜನರಿಗೆ ತಲುಪಿಸುತ್ತೇವೆ.
ಭಾರತದ ಮೊದಲ ಪತ್ರಿಕೆ "ಬಂಗಾಲ ಗೆಜ್ಜೆಟ್" 1780 ರಲ್ಲಿ ಪ್ರಕಟವಾಯಿತು ಈ ಹಿಂದಿಯಲ್ಲಿ "ಉದಂತ ಮಾರ್ತಾಂಡ" ಕನ್ನಡದಲ್ಲಿ "ಮಂಗಳೂರು ಸಮಾಚಾರ" 1843ರಲ್ಲಿ ಪ್ರಕಟವಾದ ಮೊದಲ ಪತ್ರಿಕೆಗಳು, ಪ್ರಸ್ತುತ ಕಾಲದಲ್ಲಿ ಬೇರೆ ಬೇರೆ ಭಾಷೆಗಳ ಸಾವಿರಾರು ಪತ್ರಿಕೆಗಳು ಪ್ರಕಟವಾಗುತ್ತಿದೆ ನವ ಭಾರತ ಟೈಮ್ ಹಿಂದೂಸ್ತಾನ್ ,ಟೈಮ್ ಆಫ್ ಇಂಡಿಯಾ, ಡೆಕ್ಕನ್ ಎರಡು ಇಂಡಿಯನ್ ಎಕ್ಸ್ಪ್ರೆಸ್ ,ಸಂಯುಕ್ತ ಕರ್ನಾಟಕ ವಿಜಯ ,ಕರ್ನಾಟಕ ಪ್ರಜಾಯ ,ಪ್ರಜಾವಾಣಿ, ಉದಯವಾಣಿ ಮೊದಲಾದ ಪತ್ರಿಕೆಗಳು ಮುಂಚೂಣಿಯಲ್ಲಿದೆ ಪತ್ರಿಕೆಗಳಲ್ಲಿ ದೈನಿಕ ಸಪ್ತೈಕ ಪಾಕ್ಷಿಕ ಪ್ರತಿ 15 ದಿನಗಳಿಗೆ ಒಮ್ಮೆ ಪ್ರಕಟಿತ್ತು. ಮೊದಲಾದ ವಿಧಗಳಿವೆ ವಿಷಯಗಳ ಆಧಾರದ ಮೇಲೆ ಸಾಮಾಜಿಕ, ಧಾರ್ಮಿಕ ,ಸಾಹಿತ್ಯಾಕ ,ಆರ್ಥಿಕ, ಸಾಂಸ್ಕೃತಿಕ ,ಮನೋರಂಜನೆ ಇವೆಲ್ಲ ಮೊದಲಾದ ವಿಭಾಗಗಳು ಅನ್ನು ವಿಭಾಗಗಳನ್ನು ಮಾಡಬಹುದಾಗಿದೆ .
ದೇಶ ವಿದೇಶಗಳ ಘಟನೆಗಳ ವಿವರಣೆ ಪತ್ರಿಕೆಗಳನ್ನು ದೊರೆಯುತ್ತದೆ .
ಕ್ರೀಡೆ ಸಿನಿಮಾ ಉದ್ಯೋಗ ಮಾರುಕಟ್ಟೆ ವಿಚಾರ ಕೃಷಿ ವ್ಯಾಪಾರಗಳಿಗೆ ಸಂಬಂಧಿಸಿದ ವಿವಾರಗಳು ದೊರೆಯುತ್ತವೆ. ವ್ಯಂಗ್ಯ ,ಚಿತ್ರ, ಪದಬಂಧ ,ವೈವಹಿಕ, ಸಂಬಂಧದ ,ಜಾಹೀರಾತು, ಪರೀಕ್ಷ ಮಾರ್ಗದರ್ಶಿ, ಪರೀಕ್ಷಾ ಫಲಿತಾಂಶಗಳನ್ನು, ತಿಳಿಸಿ ಪ್ರಸ್ತುತ ಕಾಲದಲ್ಲಿ ಪತ್ರಿಕೆಗಳಲ್ಲಿ ಕಾಲಕಾಲಕ್ಕೆ ಮಹಾನ್ ಲೇಖಕರ ಸಮಾಯೋಚಿತ ಬರಹಗಳು, ಏಕಾಂಗಿ ,ನಾಟಕ ,ಕಥೆ ,ವಿಮರ್ಶೆ ,ಆರೋಗ್ಯ ,ಸಿನಿಮಾ, ಇತ್ಯಾದಿ ವಿಷಯಗಳು ಸೇರಿರುತ್ತದೆ. ರೈತರಿಗಾಗಿ ಕೃಷಿಗೆ ಸಂಬಂಧಿಸಿದಂತ ವಿಷಯ ಮಾಹಿತಿಗಳಿರುತ್ತದೆ .ಇವೆಲ್ಲವು ಇವೆಲ್ಲವುಗಳಿಂದ ಪತ್ರಿಕೆಗಳು ಮಾನವನ ಜೀವನದ ಅವಿಭಾಜ್ಯ ಅಂಗಗಳಾಗಿವೆ. ಪತ್ರಿಕೆಗಳನ್ನು ಓದುವುದರಿಂದ ನಿಮಗೆ ವಿಶೇಷ ಜ್ಞಾನ ವೃದ್ಧಿ ಆಗುವುದರ ಜೊತೆಗೆ ಅನೇಕ ಮಾಹಿತಿಗಳು ಲಭ್ಯ ಇಂತಹ ವಿಶೇಷ ಅನುಕೂಲಗಳು ಪತ್ರಿಕೆಗಳಿಂದಾಗುತ್ತದೆ.
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