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बंदर बाँट - 8 वीं कक्षा की तीसरी भाषा हिंदी पाठ्यपुस्तक प्रश्नावली


 बंदर बाँट
अभ्यास

एक वाक्य में उत्तर लिखिए :

1. बिल्ली क्या लेकर आई?
उत्तर: बिल्ली रोटी लेकर आई।

2. दूसरी बिल्ली ने क्या दिखाई?
उत्तर: दूसरी बिल्ली ने अकड़ दिखाई।

3. बंदर क्या लेकर आया?
उत्तर: बंदर तराजू लेकर आया।

4. बिल्लियों को क्या मिला?
उत्तर: बिल्लियों को कुछ हाथ न आया। अथवा बिल्लियों को कुछ नहीं मिला।

5. दोनों बिल्लियों के बीच झगड़े का कारण क्या था?
उत्तर: दोनों बिल्लियों के बीच झगड़े की जड़ रोटी थी।

6. बिल्लियों के झगड़े का हल किसने किया?
उत्तर: बिल्लियों के झगड़े का हल बंदर ने किया।

7. जब बिल्लियाँ आपस में झगड़ने लगी तो बंदर ने क्या कहा?
उत्तर: झगड़ा ठीक नहीं है। बाँट के खाना, बात सही है।

8. बंदर ने पलड़े पर क्या रक्खे?
उत्तर: रोटी के दो टुकड़े रक्खे।

9. एकता में क्या है?
उत्तर: एकता में बल है।

10. आपसी झगड़े से क्या होता है?
उत्तर: झगड़ालुओं को हानि होती है। दो झगड़ते हैं – तीसरा फायदा उठाता है।

II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :

1. बंदर ने रोटी का बंटवारा कैसे किया?
उत्तर: बंदर ने एक तराजू के दोनों पलड़ों में रोटी के बराबर बँटवारे के लिए दो टुकड़े करके रखे। जिस पलड़े में वजन ज्यादा था उसमें से रोटी के टुकड़े को खाता रहा। अंत में रोटी का सिर्फ एक टुकडा ही बचा। बंदर उसे अपनी मजदूरी कहकर खा गया।

2. इस पाठ से आपको क्या सीख मिलती है?
उत्तर: इस पाठ से आपको सीख मिलती है। आपस में झगड़कर सब कुछ गंवाने के बजाय, मिलजुलकर बाँट कर खाना चाहिए।

3. आपको कौन-से पकवान पसंद हैं? उन्हें बनाने के लिए किन चीज़ों की ज़रूरत पड़ती है? पता कीजिए और सूची बनाइए।
उत्तर: पकवान – बनाने की सामग्री
1. खीर – चावल, दूध, काजु, बादाम, नारियल, चीनी।
2. जलेबी – मैदा, दही, केसर, चीनी, तेल।
3. कचौरी – गेहूँ का आटा या मैदा, नमक, तेल, लाल मिर्च, जीरा।

अतिरिक्त प्रश्नः

1. बंदर ने रोटी के टुकड़ों को क्या किया?
उत्तर: बंदर ने रोटी के दो टुकड़े कर दिये। फिर पलड़ों पर रखकर तोलने लगा। जिस पलड़े का टुकड़ा भारी होता उसे खा लेता।

III. भावार्थ लिखिए :

1) बंदर ने देखा यह झगड़ा।
ले तराजू वह वहाँ अड़ा।।
बोला – “झगड़ा ठीक नहीं है।
बाँट के खाना, बात सही है।”
उत्तर: बंदर ने जब रोटी को लेकर दो बिल्लियों का झगड़ा देखा तो वह इस झगड़े का निपटारा करने के लिए एक तराजू लेकर आया। उसने दोनों बिल्लियों से कहा कि झगड़ा करना ठीक बात नहीं है। बाँट के खाना चाहिए। मुझे रोटी दीजिए। मैं उसे तराजू से बराबर-बराबर बाँटकर आपको दे दूंगा।

IV. नमूने के अनुसार इस कविता में प्रयुक्त तुकवाले शब्दों को ढूँढकर लिखिए :
उदाः आई – लाई।
1. आई – दिखाई
2. रोटी – खोटी
3. दे दे – ले ले
4. झगड़ा – अड़ा
5. नहीं है – सही है
6. कर के – धर के
7. खाया – चबाया
8. जब – अब
9. मजदूरी – पूरी
10. आया – गँवाया।

V. आपको कौन-कौन-सी चीज़ खाना पसंद हैं ? और कौन – सी पसंद नहीं हैं?
उत्तर:photo

VI. बिल्ली : म्याऊँ-म्याऊँ।

नीचे एक तरफ जानवरों के नाम हैं, दूसरी तरफ़ बोलियों के। कौन-सी बोली किसकी है? ढूंढ़िए :
जानवार – बोलियाँ
1. घोड़ा – अ) मिमियाना
2. हाथी – आ) रांभना
3. बकरी – इ) चिंघाड़ना
4. शेर – ई) हिनहिनाना
5. गधा – उ) रेंगना
6. गाय – ऊ) भौंकना
7. कुत्ता – ऋ) गरजना (दहाडना)
उत्तरः
1. ई;
2. इ;
3. अ;
4. ऋ;
5. उ;
6. आ;
7. ऊ।

VII. नाप-तोल :

आप जानते हैं कि बिल्ली दूध पीती है। लेकिन क्या आपको पता है उस दूध को कैसे तोला जाता है? ‘लीटर से’। अलग-अलग चीज़ों को नापने या तोलने के लिए अलग-अलग चीजों का उपयोग करते हैं। नीचे दी गई चीज़ों को किन चीज़ों से नापेंगे?
1. तेल को __________
2. कपड़े को _________
3. आम को __________
4. अनाज को __________
5. सीमेंट को _________
6. अंगूर को ___________
उत्तरः
1. लीटर;
2. मीटर;
3. किलोग्राम;
4. क्विंटल;
5. टन;
6. किलोग्राम।

VIII. मूंछ

आपने अलग – अलग तरह की मूंछे देखी होंगी। यहाँ एक मूंछ का नमूना दिया गया है। आप भी अलग – अलग मूंछों के चित्र बनाइए।

IX. तेज़ चलनेवाले जानवरों के आगे ‘तेज़’ और धीरे-धीरे चलनेवाले जानवरों के आगे ‘धीरे’ लिखिए :

1. खरगोश ________
2. शेर _________
3. हाथी ___________
4. हिरन _________
5. घोड़ा __________
उत्तरः
1. खरगोश – तेज़
2. शेर – तेज़
3. हाथी – धीरे
4. हिरन – तेज़
5. घोड़ा – तेज़

X. किसकी चाल कैसी?

(साँप, हिरन, खरगोश)
1. फुदक-फुदककर – मेंढ़क
2. छलांग-छलांगकर – _________
3. रेंग-रेंगकर – _________
4. चौकड़ी-भरकर – __________
उत्तरः
1. मेंढ़क
2. खरगोश;
3. साँप;
4. हिरन।

XI. शक्तिशाली कौन?
आप जिसे अधिक शक्तिशाली मानते हैं, उनका नाम लिखिए :
1. चूहा या बिल्ली __________
2. छिपकली या मगरमच्छ __________
3. गाय या शेर ___________
उत्तरः
1. बिल्ली;
2. मगरमच्छ;
3. शेर।

XII. नमूने के अनुसार एक और शब्द लिखिए :
photo question
उत्तरः
1. पक्का;
2. कच्चा;
3. लस्सी;
4. पत्ता।

पूरक वाचन :
पढ़िए और लिखिए :

मिली कहीं से कोई माला,
लेकर उसे कंठ में डाला।
बदन पर राख लगाकर,
बिल्ली चली प्रयाग नहाने॥
चूहों से बोली हे प्यारो!
पाप किए मैंने हज़ारों।
ईश्वर का जप करके नाम,
छोड़ दिया चूहे खाने का काम॥
अब तुम चलो मेरे साथ,
नहाकर प्रयाग में लौटेंगे साथ।
चूहे, छोड़कर सोच-विचार,
चलने लगे होकर तैयार॥
बिल्ली ने चूहों को खा लिया,
भरपेट खाकर आराम लिया।
अजी, शत्रु को मित्र न मानो,
उसका कहना कभी न मानो॥

1. बिल्ली को क्या मिली?
उत्तर: बिल्ली को माला मिली।
2. ईश्वर का जप करके बिल्ली ने कौन-सा काम छोड़ दिया?
उत्तर: ईश्वर का जप करके बिल्ली ने चूहे खाने का काम छोड़ दिया।
3. चूहे किस तरह तैयार होकर चलने लगे?
उत्तर: चूहे सोच-विचार छोड़, तैयार होकर चलने लगे।
4. इस कविता के लिए उचित शीर्षक लिखिए।
उत्तर: ‘शत्रु को मित्र न मानो’।

बंदर बाँट 
बंदर बाँट कविता का सारांश :
एक बिल्ली को कही से एक रोटी मिली। उसी समय दूसरी बिल्ली वहाँ आई। कहने लगी यह मेरी रोटी है। तू कंपटी इसे मुझसे छीनकर लाई है। मुझे अपनी रोटी दे दे; वरना झगड़ा होगा। इन दोनों के झगड़े को एक बंदर देख रहा था। वह कहीं से एक तराजू ले आया। दोनों बिल्लियों को बाँटकर खाने के लिए बताया। रोटी के दो टुकडे करके बंदर ने उसे तराजू के पलड़े पर रखा।
 
जहाँ अधिक होता था उसे खा लेता था। जब ऐसा करते करते थोड़ी ही रोटी बची तो बंदर ने कहा – यह टुकड़ा तो मेरी मजदूरी है। अब मेरी इच्छा पूर्ण हुई। बिल्लियों को खाने के लिए कुछ भी न मिला। आपसी झगड़े में उन्होंने सब कुछ खोया था।

ಮಂಕಿ ಪಾಲು ಕನ್ನಡದಲ್ಲಿ ಸಾರಾಂಶ:

ಬಾಂದರ್ ಬಾಂಡ್ ಈ ಪದ್ಯದಿಂದ ಮಕ್ಕಳು ಕಲಿಯುವುದೆಂದರೆ ಇಬ್ಬರ ಜಗಳದಿಂದ ಮೂರನೆಯವರಿಗೆ ಲಾಭವಾಗುತ್ತದೆ ಎಂದು ತಿಳಿಯುತ್ತಾರೆ. ಇದು ಬೆಕ್ಕುಗಳ ಮತ್ತು ಕೋತಿಯ ನಡುವೆ ನಡೆಯಿರುವ ಒಂದು ಕಥೆಯಾಗಿದೆ. ಈ ಕಥೆಯನ್ನು ಕವಿ ಒಂದು ಪದ್ಯದ ರೀತಿಯಲ್ಲಿ ವರ್ಣಿಸಿದ್ದಾರೆ.

ಮಿಯಾವ್ ಮಿಯಾವ್ ಎನ್ನುತ್ತಾ ಬೆಕ್ಕು ಬಂದಿತು. ಎಲ್ಲಿಂದಲೋ ರೊಟ್ಟಿ ಅಂದನ್ನು ಎತ್ತಿಕೊಂಡು ತಂದಿತು. ಅದೇ ಸಮಯಕ್ಕೆ ಇನ್ನೊಂದು ಬೆಕ್ಕು ಅಲ್ಲಿಗೆ ಬಂದು, ಅದು ಸಹಜಗಳ ಗಂಟನಂತೆ ತೋರಿಸು. ಇದು ನನ್ನ ರೊಟ್ಟಿ ನನ್ನಿಂದ ಕಿತ್ತುಕೊಂಡಿರುವೆ ಎಂದಿತು. ಇಲ್ಲವಾದರೆ ನನ್ನ ಜೊತೆ ಕಳ್ಳ ಗಕ್ಕೆ ಸಿದ್ಧನಾಗು ಎಂದಿತು. ದೂರದಿಂದ ಕೋತಿ ಎಂದು ಈ ಜಗಳವನ್ನು ನೋಡಿತು. ಅದು ಅಲ್ಲಿಗೆ ತಕ್ಕಡಿಯನ್ನು ತಂದಿತು. ಜಗಳವಾಡುವುದು ಒಳ್ಳೆಯದಲ್ಲ. ಹಂಚಿ ತಿನ್ನುವದರಲ್ಲಿ ಸುಖ ಆನಂದ ವಿದೆ. ನ್ಯಾಯವಿದೆಯೆಂದು ಬೆಕ್ಕುಗಳಿಗೆ ಹೇಳಿತು.

 ರೊಟ್ಟಿ ಒಂದನ್ನು ಎರಡು ತುಂಡು ಮಾಡಿ ತಕ್ಕಡಿಯನ್ನು ಎರಡು ಕಡೆ ಇಟ್ಟಿತು. ಯಾವ ಕಡೆ ಸ್ವಲ್ಪ ಅಧಿಕವಾಯಿತೆಂದು ತೋರಿಸ್ತದೆಯೋ ಆ ಕಡೆಯ ರೊಟ್ಟಿಯ ತುಂಡನ್ನು ಮುರಿದು ಬಾಯೊಳಗೆ ಇಡುತ್ತಿತ್ತು. ಇನ್ನೊಂದು ಕಡೆ ಹೆಚ್ಚಾಗಿತೆಂದು ಅದನ್ನು ತಿಂದಿತು. ಹೀಗೆ ಮಾಡುತ್ತಾ ಕೊನೆಗೆ ಒಂದು ಸಣ್ಣ ತುಂಡು ಮಾತ್ರ ಉಳಿಯಿತು. ಆಗ ಮಂಗವು ಕೇಳಿರಿ ಈ ತುಂಡು ತೂಕ ಹಾಕಿದರೆ ಕೂಲಿ ನನ್ನ ಆಸೆ ಪೂರ್ಣವಾಯಿತು. ಎಂದು ಹೇಳಿ ಹೊರಟು ಹೋಯಿತು. ಬೆಕ್ಕುಗಳಿಗೆ ಕೈಗೆ ಬಂದ ತುತ್ತು ಬಾಯಿಗೆ ಬರಲಿಲ್ಲ. ಇಬ್ಬರ ಜಗಳದಲ್ಲಿ ಮೂರನೆಯವರಿಗೆ ಲಾಭವಾಯಿತು.
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