मैं भी नाम कमाता
I. उत्तर लिखिए :
1. बालक रोज़-रोज़ कौनसी खबरें सुनता
उत्तर : बालक रोज़-रोज़ सीमा की खबरें सुनता था।
2. बालक अपने हाथ में क्या लेना चाहता
उत्तर : बालक अपने हाथ में बन्दूक लेना चाहता है।
3. बालक किसमें भर्ती होना चाहता है?
उत्तर : बालक बड़ी फौज़ में भर्ती होना चाहता है।
4. माँ कब खुश होती है?
उत्तर : माँ सब खुश होती है जब कि अपना बेटा रास्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त करता है।
5. बालक कैसे बड़ा होना चाहता है?
उत्तर : बालक झटपट से बड़ा होना चाहता है।
II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए:
1. बालक का मन क्यों मसोसकर रह जाता है।
उत्तर : बालक रोज़ सीमा की खबरें सुनता था। वह भी फौज़ में भर्ती होकर बन्दूक हाथ में देश के लिए सीमा में भर्ती होकर शत्रुओं से लड़ना चाहता है। राष्ट्रपति से पुरस्कार पाना चाहता है। किन्तु वह अभी नन्हा सा बच्चा है। छोटाबच्चा होने के कारण उपर्युक्त कोई कार्य न कर पाता। इसलिए वह मसोसकर रह जाता है।
2. अगर बालक छोटा नहीं होता तो क्या करता था?
उत्तर : अगर बालक छोटा नहीं होता तो हाथ में बन्दूक लेकर देश की सीमा पर खडा हो जाता। शत्रु से देश की रक्षा कर नाम कमाता था।
3. बालक झटपट बड़ा होकर क्या करना चाहता है?
उत्तर : बालक झटपट बडा होकर, बडा फौज़ में भर्ती होना चाहता है। देश की सीमा पर खडे होकर शत्रुओं से देश की रक्षा करता। नाम कमाता। राष्ट्रपतिजी से पुरस्कार प्राप्त करता। इस से माँ को भी खुश देख पाता।
III. जोड़कर लिखिए :
1. रोज़ रोज़ सीम – बड़ा फौज़ में
2. अगर न होता – होती जब मैं
3. झटपट होकर – की खबरें
4. माँ कितनी खुश – छोटा बच्चा
उत्तर :
1. रोज़ रोज़ सीम – की खबरें
2. अगर न होता – छोटा बच्चा
3. झटपट होकर – बड़ा फौज़ में
4. माँ कितनी खुश – होती जब मैं
IV. इन शब्दों के लिए अन्य वचन लिखिए :
1. खबर – खबरें
2. लड़का – लडके
3. हाथ – हाथे
4. पुरस्कार – पुरस्कारे
V. इन शब्दों के लिए विलोम शब्द लिखिए :
1. बड़ा x छोटा
2. एक x अनेक
3. सुख x दुःख
4. पाना x खोना
VI. द्विरुक्ति शब्दों को पढ़िए और लिखिए :
उदाहरण :
1. रोज़ – रोज़
2. धीरे – धीरे
3. जल्दी – जल्दी
4. पल – पल
5. सुन – सुनकर
6. मुस – मुसकर
उत्तर :
1. रोज़ – रोज़
2. धीरे – धीरे
3. जल्दी – जल्दी
4. पल – पल
5. सुन – सुनकर
6. मुस – मुसकर
VII. समानार्थक शब्द लिखिए :
उदाहरण : लड़का – बच्चा
1. खुश – संतोष
2. पुरस्कार – इनाम (प्रशस्ती)
3. फौज़ – सेना
4. रोज़ – प्रतिदिन
5. खबर – समाचार
VIII. बिना बारहखड़ीवाले (बिना मात्रावाले) कुछ शब्द लिखिए :
Question photo
उत्तर :photo
IX. रचनात्मक अभिव्यक्ति :
चित्र देखिए और दिए गए शब्दों की सहायता से वाक्य पूरा कीजिए
(सफेद, तीन, सलाम, चक्र, तिरंगा, केसरिया, हरा)
यह तिरंग झंडा है। इस में तीन रंग हैं। सनब से ऊपर केसरिया रंग है। बीच में सफ़ेद रंग है।। सब से नीचे हरा रंग है। बीचवाली पट्टी पर एक चक्र है। हम तिरंगे झंडे को सलाम करते हैं।
X. इन शब्दों को पढ़ो, समझो और लिखो :
उदा : खबर – खबर
1. रोज़ – रोज़
2. नन्हा – नन्हा
3. बच्चा – बच्चा
4. बंदूक – बंदूक
5. झटपट – झटपट
6. फौज़ – फौज़
7. भर्ती – भर्ती
8. पुरस्कार – पुरस्कार
9. राष्ट्रपति – राष्ट्रपति
मैं भी नाम कमाता
कवि परिचय :
डॉ. दिविक रमेशजी हिन्दी के प्रसिद्ध कवि तथा बाल साहित्यकार हैं। आपकी प्रसिद्ध रचना ‘खण्ड अग्नि’ है। प्रस्तुत कविता आपके एक सौ एक बाल कविताएँ संग्रह से ली गयी है।
एक छोटे बच्चे ने सीमा में सैनिकों की साहस गाथा सुनी थी। उस में भी बँदूक लेकटर फौज में भर्ती होने और रास्ट्रपति से पुरस्कार पाने की इच्छा हुई। प्रस्तुत कविता में इसका सुन्दर वर्णन है। यह कविता सचमुच बच्चों के लिए प्रेरणदायक है।
एक बच्चा हर रोज़ सीमा की खबरे यानी सैनिक सीमा में किस तरह बहादुरी दिखा रहे हैं। इस के नार में सुनता था। और वह मन ही मन दुःखी होता था क्यों कि -“अगर मैं छोटा बच्चा न होत, तो मैं भी हाथ में बन्दूक लेकर हाथ में, मै भी खुद सीमा पर लडने जाता, शत्रुओं को मारकर मैं भी नाम कमाना। वह सोचता है कि, झटपट मैं बडा होकर फौंज़ में भर्ती हो जाऊँ, शत्रुओं से लड्. तब मुझे भी रास्ट्रपति की ओर से बड़ा सा पुरस्कार मिलेगा। इसे देखकर मेरी माँ कितनी खुश हो जाती, जब की मैं भी नाम कमाता”
मुस-मुसकर रह जाना: मन मसोस कर रह जाना, दःखी होना ।
ಒಬ್ಬ ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕ ಪ್ರತಿ ದಿನವೂ ದೇಶದ ಎಲ್ಲಾ ಪ್ರದೇಶಗಳಲ್ಲಿ ಗಡಿಗಳಲ್ಲಿ ಸೈನಿಕರು ದೇಶವನ್ನು ಕಾಯುತ್ತಾ, ತಮ್ಮ ಬಂದೂಕುಗಳಿಂದ ಶತ್ರುಗಳನ್ನು ಒಡೆದುರುಳಿಸುತ್ತಿದ್ದ ವಿಷಯವನ್ನು ಕೇಳಿ ಈ ರೀತಿ ಯೋಚಿಸುತ್ತಾನೆ.
" ನಾನು ಇನ್ನು ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕನಾಗಿರದಿದ್ದರೆ ತಾನು ಕೂಡ ಬಂದೋಕು ಹಿಡಿದು ಗಡಿ ಕಾಯುತ್ತ ಶತ್ರುಗಳನ್ನು ಹೊಡೆಯುತ್ತಿದ್ದೆ. ನಾನು ತಕ್ಷಣ ದೊಡ್ಡ ಸೈನ್ಯಕ್ಕೆ ಸೇರಬೇಕು, ಸೈನಿಕನಾಗಬೇಕು. ತಾನು ಗಡಿಯನ್ನು ದೇಶವನ್ನು ಕಾಯುತ್ತಾ ದೇಶವನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಬೇಕು. ಆಗ ರಾಷ್ಟ್ರಪತಿಯವರು ತಜ್ಞರ ದೊಡ್ಡ ಬಹುಮಾನ ಕೊಟ್ಟು ಗೌರವಿಸುವರು. ಇದನ್ನು ತಾಯಿ ತುಂಬಾ ಸಂತೋಷಪಡುವಳು. "
ಆದರೆ ಏನು ಮಾಡುವುದು, ನಾನು ಇನ್ನು ಚಿಕ್ಕವ, ನಾನು ಸೈನ್ಯಕ್ಕೆ ಸೇರಲಾಗುತ್ತಿಲ್ಲ. ಎಂದು ಮನದಲ್ಲಿಯೇ - ಬಹಳ ದುಃಖಿತನಾಗುತ್ತಾನೆ.
'ತಾನು ಕೂಡ ದೇಶಕ್ಕಾಗಿ ಹೋರಾಡಿ ಹೆಸರು ಗಳಿಸಬೇಕು. ಪ್ರಖ್ಯಾತ ನಾಗಬೇಕು' ಎಂಬುದು ಮುಗ್ಧ ಬಾಲಕನ ಮಹಾದಾಸೆ. ಈ ಪದ್ಯ ಭಾಗದಲ್ಲಿ ವ್ಯಕ್ತವಾಗಿರುವುದನ್ನು ಕವಿ ಬಹಳ ಸೊಗಸಾಗಿ ಚಿತ್ರಿಸಿದ್ದಾರೆ.
" ನಾನು ಇನ್ನು ಚಿಕ್ಕ ಬಾಲಕನಾಗಿರದಿದ್ದರೆ ತಾನು ಕೂಡ ಬಂದೋಕು ಹಿಡಿದು ಗಡಿ ಕಾಯುತ್ತ ಶತ್ರುಗಳನ್ನು ಹೊಡೆಯುತ್ತಿದ್ದೆ. ನಾನು ತಕ್ಷಣ ದೊಡ್ಡ ಸೈನ್ಯಕ್ಕೆ ಸೇರಬೇಕು, ಸೈನಿಕನಾಗಬೇಕು. ತಾನು ಗಡಿಯನ್ನು ದೇಶವನ್ನು ಕಾಯುತ್ತಾ ದೇಶವನ್ನು ರಕ್ಷಿಸಬೇಕು. ಆಗ ರಾಷ್ಟ್ರಪತಿಯವರು ತಜ್ಞರ ದೊಡ್ಡ ಬಹುಮಾನ ಕೊಟ್ಟು ಗೌರವಿಸುವರು. ಇದನ್ನು ತಾಯಿ ತುಂಬಾ ಸಂತೋಷಪಡುವಳು. "
ಆದರೆ ಏನು ಮಾಡುವುದು, ನಾನು ಇನ್ನು ಚಿಕ್ಕವ, ನಾನು ಸೈನ್ಯಕ್ಕೆ ಸೇರಲಾಗುತ್ತಿಲ್ಲ. ಎಂದು ಮನದಲ್ಲಿಯೇ - ಬಹಳ ದುಃಖಿತನಾಗುತ್ತಾನೆ.
'ತಾನು ಕೂಡ ದೇಶಕ್ಕಾಗಿ ಹೋರಾಡಿ ಹೆಸರು ಗಳಿಸಬೇಕು. ಪ್ರಖ್ಯಾತ ನಾಗಬೇಕು' ಎಂಬುದು ಮುಗ್ಧ ಬಾಲಕನ ಮಹಾದಾಸೆ. ಈ ಪದ್ಯ ಭಾಗದಲ್ಲಿ ವ್ಯಕ್ತವಾಗಿರುವುದನ್ನು ಕವಿ ಬಹಳ ಸೊಗಸಾಗಿ ಚಿತ್ರಿಸಿದ್ದಾರೆ.
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