भीम और राक्षस
अभ्यास
I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :
1. बकासुर कहाँ रहता था ?
उत्तर: बकासुर एक चक्र नगरी में रहता था।
2. भीम कौन था ?
उत्तर: भीम कुंती का बेटा था।
3. राक्षस का नाम क्या था ?
उत्तर: राक्षस का नाम बकासुर था।
4. भीम ने बकासुर की लाश को कहाँ रखने के लिए कहा ?
उत्तर: भीम ने बकासुर की लाश को उठाकर नगरी के दरवाजे पर रखने के लिए कही।
5. कुंती के कितने बेटे थे ?
उत्तर: कुंती के पाँच बेटे थे।
6. भीम और राक्षस एकांकी के लेखक कौन हैं ?
उत्तर: भीम और राक्षस एकांकी के लेखक श्री विष्णु प्रभाकर हैं।
II. दो या तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
1. ब्राह्मण के घर में सब लोग क्यों रो रहे थे ?
उत्तर: राक्षस ने लोगों से एक गाडी अन्न भैसे और एक आदमी को रोज लेता था। लोगों ने मिलकर बारी बाँध ली थी। अब ब्राह्मण की बारी थी उनके घर में पत्नी, बेटी और एक बच्चा था। राक्षस पास कौन जायेगा ? यह सोचकर सब लोग दुःख से रहे थे।
2. बकासुर क्या काम करता था और उसके बदले में वह क्या लेता था ?
उत्तर: बकासुर एकचक्र नगरी के राजा को दबाकर असली राजा बना था। बकासुर उस नगरी के लोगों की रखवाली करता था और उसके बदले में वह उनसे एक गाडी अन्न, दो भैंसे और एक मनुष्य को लेता था।
III. रिक्त स्थान भरिए
1. तुम चले गये तो घर का ______ ही चला जाएगा
2. तुम ______ बुझा रहे हो।
3. ______ को अपने दुख से दुखी नहीं करना चाहिए।
4. मैं अभी तुझे ______ पिलाता हूँ।
5. अभी तेरे दो ______ किये देता हूँ।
उत्तर:
1. तुम चले गये तो घर का सहारा ही चला जाएगा
2. तुम पहेलियाँ बुझा रहे हो।
3. अतिथि को अपने दुख से दुखी नहीं करना चाहिए।
4. मैं अभी तुझे पानी पिलाता हूँ।
5. अभी तेरे दो टुकड़े किये देता हूँ।
IV. विलोम शब्द लिखिए :
1. रोना
2. अपराध
3. भक्षक
4. पास
5. शुद्ध
6. वीर
उत्तर:
1. रोना X हँसना
2. अपराध X निरपराध
3. भक्षक X रक्षक
4. पास X दूर
5. शुद्ध X अशुद्ध
6. वीर X कायर
V. जोडकर लिखिए :
1. बक लडना
2. भीम का घर
3. युद्ध कुंती
4. ब्राह्मण राक्षस
उत्तर:
1. बक राक्षस
2. भीम कुंती
3. युद्ध लडना
4. ब्राह्मण का घर
VI. अन्य लिंग शब्द लिखिए ।
1. ब्राह्मण
2. बेटा
3. अकेला
4. पुतला
उत्तर:
1. ब्राह्मण – ब्राह्मणी
2. बेटा – बेटी
3. अकेला – अकेली
4. पुतला – पुतली
VII. भीम पाँच पांडवों में से एक है। बाकी चार पांडवों के नाम लिखिए ।
1. युधिष्ठिर/धर्मराज
2. अर्जुन
3. नकुल
4. सहदेव
VIII. इन वाक्यांशों के लिए एक शब्द लिखिएः
उदाः1. जो बलहीन हो – दुर्बल
1. जिसके आने की कोई तिथि न हो _______
2. जो रक्षा करता हो – _______
3. जिसके मन में दया न हो – _______
4. जो शोक न करता हो – _______
5. जो भारत में रहता हो – _______
6. गोद लिया हुआ – _______
उत्तर:
1. जिसके आने की कोई तिथि न हो – अतिथि
2. जो रक्षा करता हो – रक्षक
3. जिसके मन में दया न हो – निर्दयी
4. जो शोक न करता हो – अशोक
5. जो भारत में रहता हो – भारतवासी
6. गोद लिया हुआ – दत्तक
IX. कन्नड में अनुवाद कीजिए ।
1. उसका पूरा नाम बकासुर है। |
उत्तरः ಆತನ ಪೂರ್ಣ ಹೆಸರು ಬಕಾಸುರ ಇದೆ.
2. इस नगरी का राजा बड़ा दुर्बल है।
उत्तरः ಈ ನಗರದ ರಾಜನು ಬಹಳ ದುರ್ಬಲನು ಆಗಿದ್ದಾನೆ.
3. भगवान तुम्हारे बेटे की रक्षा करेगा।
उत्तरः ಭಗವಂತನು ನಿನ್ನ ಮಗನ ರಕ್ಷಣೆ ಮಾಡುವನು.
4. बडा अजीब आदमी है।
उत्तरः ಬಹಳ ವಿಚಿತ್ರ ಮನುಷ್ಯನಿದ್ದಾನೆ.
X. अनुरूपता :
1. सहदेव : माद्रि का बेटा : भीम : ________
2. भीम : मानव :: बकासुर : ________
3. अर्धनारीश्वर : उपन्यास :: आवारा मसीहा : ________
4. भाग्य फूटना:बुरा होना::पाठ पढाना:सबक : ________
उत्तरः
1. सहदेव : माद्रि का बेटा : भीम : कुंती का पुत्र
2. भीम : मानव :: बकासुर : राक्षस
3. अर्धनारीश्वर : उपन्यास :: आवारा मसीहा : जीवनी
4. भाग्य फूटना:बुरा होना::पाठ पढाना:सबक सिखाना
भाषा ज्ञान
I. निम्नलिफ्यों में से संबंधबोधक शब्द छाँटकर लिखिए :
1. मुझे अंगूर की अपेक्षा खजूर पसंद है।
2. पडोसी के घर के बाहर भीड़ लगी है।
3. नदी के पास साधु की कुटिया थी।
4. गायों के संग कृष्ण वन में जाते थे।
5. अन्याय के विरुद्ध जनता ने आंदोलन किया।
उत्तरः
1. मुझे अंगूर की अपेक्षा खजूर पसंद है। तुलनावाचक
2. पडोसी के घर के बाहर भीड़ लगी है। स्थानवाचक
3. नदी के पास साधु की कुटिया थी। दिशावाचक
4. गायों के संग कृष्ण वन में जाते थे। संगवाचक
5. अन्याय के विरुद्ध जनता ने आंदोलन किया। विरोधवाचक
II. रिक्त स्थानों में उचित संबंधबोधक भरिएः
उदाः रस्सी के ऊपर कपडे सूख रहे हैं।
1. पैसों _____ भिखारी -तरस रहा था।
2. कुएँ _____ मेंढक उछल रहा है।
3. मुकेश _____ कोई चला आ रहा है
4. चोर, पुलिस _____ पकडा गया।
5. पेड _____ फल पडा है।
उत्तरः
1. पैसों लिए भिखारी -तरस रहा था।
2. कुएँ के अंदर मेंढक उछल रहा है।
3. मुकेश की ओर कोई चला आ रहा है
4. चोर, पुलिस के द्वारा पकडा गया।
5. पेड से अलग फल पडा है।
III. निम्मलिखित संबंधबोधक शब्दों का प्रयोग वाक्यों में कीजिए : –
1. की तरह
2. से दूर
3. के कारण
4. के समान
5. के साथ
उत्तरः
1. की तरह – मोहन, सोहन की तरह बुद्धिमान नहीं है।
2. से दूर – वह घर से दूर कही चला गया।
3. के कारण – बबलू बीमारी के कारण पाठशाला नहीं जा सका।
4. के समान – उसका चेहरा चंद्र के समान चमक रहा था।
5. के साथ –
IV. इन वाक्यों को पढ़कर संबंधबोधक शब्दों को रेखांकित का भेदों के नाम लिखिएः
1. राधा अपने पिता के संग चल रही थी। – के संग – संगवाचक
2. चिडिया पेड के ऊपर बैठी है। – के ऊपर – स्थानवाचक
3. अन्याय के विरुद्ध हमें लडना है। – के विरुद्ध विरोधवाचक
4. मुझे माँ के खातिर खाना पडेगा। – के खातिर – हेतुवाचक
5. शिक्षा के माध्यम से हमें ज्ञान बाँटना है। – के माध्यम – साधनवाचक
भीम और राक्षस
भीम और राक्षस पाठ का सारांश :
पहला दृश्य गरीब ब्राह्मण का घर है। ब्राह्मण की पत्नी और उनकी एक बेटी और एक बच्चा था। एक चक्र नगरी में रहते थे। वहाँ बकासुर नाम का एक राक्षस भी रहता था। उस नगरी का राजा बहुत दुर्बल था। वह सिर्फ नदी पर बैठना चाहता था। उस राजा को तबाकर बकासुर असली राजा बनकर बैठा था। बकासुर उस नगर के लोगों की रक्षा करता था और उसके बदले में उनसे रोज एक गाडी अन्न, दो भैंसे और एक मनुष्य को खाने के लिए लेता था। उस नगर के सब लोगों ने मिलकर बारी बाँध ली थी। जब जिसकी बारी आती है, तब वही यह सब समान भेजता था।
लोग अपनी अपनी बारी भुगतते थे। नहीं तो वह राक्षस हजारों मनुष्यों को एक साथ खा जाता था। पिछले चालीस सालों से यह होता आ रहा था। उस नगर में आदमी भी बिकते थे। जिसके पास धन हो तो वह आदमी को खरीदकर भेज देता था। वहाँ के आदमियों में आपस में प्यार और एकता नहीं थी। इसीलिए वे राक्षस के अधीन हो गये थे। आज उस ब्राह्मण की बारी थी। तो वे चिंता करने लगे थे। उन्हें एक बेटी और एक बच्चा था। उस ब्राह्मण की पत्नी अपनी गोद में बच्चे को लिए बैठी रो रही थी। उसका पति भी रो रहा था। ब्राह्मणी पति से कह रही थी कि – वह राक्षस के पास जायेगी पर पति कहता है कि वह स्वयं राक्षस के पास जायेगा। उनकी बेटी कहती है किं – न माँ जायेगी, न बाप जायेगा, पर वह स्वयं काने के लिए तैयार होती है।
कुंती और भीम दोनों उस ब्राह्मण के अतिथिः थे। ब्राह्मण परिवार का रोना सुनकर कुती और भीम उसका कारण पूछते हैं तो ब्राह्मण और उसकी पत्नी बोलते है कि अब उनकी बारी आयी है जो राक्षस के लिए बलि होना था। तब कुंती उन्हें मत रोने के लिए कहती है और भीम भी उन्हें धीरज बँधा है। ब्राह्मण परिवार में से वह किसी को जाने नहीं देती। कुंती के पाँच बेटे थे। उनमें से भीम को राक्षस के पास भेजने के लिए कुंती तैयार हो जाती है। ब्राह्मण और उसकी पत्नी इसे विरोध करने पर भी कुंती उन्हें शांति से रहने के लिए कहती है और स्वयं भीम भी जाने के लिए तैयार होता है।
जंगल में बकासुर का मकान था। वहाँ भीम मस्ती में इधर-उधर घूम वा रहा है। भीम शोर । मचा रहा था। तो बकासुर मकान से बाहर झाँकता है। | भीम को बकासुर भैंस जैसा लगता है। बकासुर भीम को घूम देता है। कुश्ती लड़ने के लिए भीम बकासुर को चुनौती देता है। भीम बकासुर के गले को पकता है। बकासुर चीखता है भीम
अट्टहास करता है। बकासुर की आँखें फट जाती हैं। बकासुर को भीम ने धरती पर पटकता है। भयंकर चीख के साथः राक्षस मर जाता है। चोर से शोर उठता है। राक्षस लोग दौडकर आते है और भीम को देखकर काँपते हैं।भीम बकासुर के सिपाहियों को खबरदार कहता है। बकासुर की लाश को लेकर भागने के लिए कहता है। और आदमियों को मत खाने के लिए कहता है। वे लाश उठाकर ले जाते हैं। यहाँ पर सत्य की जीत और असत्य की हार प्रकटित होती है।
ಭೀಮ ಮತ್ತು ರಾಕ್ಷಸ ಕನ್ನಡದಲ್ಲಿ ಸಾರಾಂಶ:
ಮೊದಲನೆಯ ದೃಶ್ಯ:
ಮೊದಲನೆಯ ದೃಶ್ಯ:
ಬಡ ಬ್ರಾಹ್ಮಣನ ಪರಿವಾರ ಏಕಚಕ್ರ ನಗರಿಯಲ್ಲಿ ಇತ್ತು. ಬಡ ಬ್ರಾಹ್ಮಣನ ಪತ್ನಿ ಹಾಗೂ ಅವರ ಒಬ್ಬ ಮಗಳು ಹಾಗೂ ಚಿಕ್ಕಮಗು ಇತ್ತು, ಆ ನಗರದಲ್ಲಿ ಬಕಾಸುರನೆಂಬ ರಾಕ್ಷಸನಿದ್ದನು. ಆ ನಗರದ ರಾಜನು ತುಂಬಾ ದುರ್ಬಲನಾಗಿದ್ದನು. ರಾಜನನ್ನು ಬಗ್ಗು ಬಡಿದು ಬಕಾಸುರನು ನಿಜವಾದ ರಾಜನಾಗಿ ಕುಳಿತಿದ್ದನು. ಬಕಾಸುರ ರಾಕ್ಷಸರು ನಗರದ ರಕ್ಷಣೆ ಮಾಡುತ್ತಿದ್ದರು.ಅದಕ್ಕೆ ಬದಲಾಗಿ ಆ ಜನರಿಂದ ಪ್ರತಿದಿನ ಒಂದು ಬಂಡಿ ಅನ್ನ ಎರಡು ಎಮ್ಮೆಗಳು ಹಾಗೂ ಒಂದು ಮನುಷ್ಯನನ್ನು ತಿನ್ನಲುತ್ತಿದ್ದನು. ಆ ನಗರದ ಜನರೆಲ್ಲರೂ ಸೇರಿ ಸರತಿಯಂತೆ ಹೋಗುವುದಾಗಿ ನಿರ್ಧರಿಸಿದ್ದರು. ಸರದಿಯಂತೆ ಬಂದವರು ಈ ಎಲ್ಲಾ ಸಾಮಾನುಗಳನ್ನು ಕಳುಹಿಸುತ್ತಿದ್ದರು. ಜನರು ತಮ್ಮ ಸರದಿ ಎಂದೇ ಹೋಗಲಿದ್ದರೆ ಸಾವಿರಾರು ಮನುಷ್ಯರನ್ನು ಒಮ್ಮೆಲೇ ತಿಂದು ಬಿಡುತ್ತಿದ್ದನು. ಕಳೆದ 40 ವರ್ಷಗಳಿಂದ ಈ ಕ್ರಮ ನಡೆದು ಬಂದಿತು. ಅವರಲ್ಲಿ ಏಕತೆ ಪ್ರೇಮ ಇರಲಿಲ್ಲ ಆದ್ದರಿಂದ ಅವರು ರಾಕ್ಷಸನ ಗುಲಾಮರಾಗಿದ್ದರು. ಅಂದು ಬ್ರಾಹ್ಮಣನ ಸರದಿ ಇತ್ತು. ಆ ಬ್ರಾಹ್ಮಣನ ಪತಿಯು ಮಡಿಲಲ್ಲಿ ಮಗುವನ್ನು ಇರಿಸಿಕೊಂಡು ಅಳುತ್ತಿದ್ದಳು. ಅವಳ ಪತಿಯು ಅಳುತ್ತಿದ್ದನು. ಬ್ರಾಹ್ಮಣನ ಪತ್ನಿಯು ತಾನು ಆಹಾರವಾಗಿ ರಾಕ್ಷಸನ ಬಳಿಗೆ ಹೋಗುವುದಾಗಿ, ಪತಿಯೂ ಸಹ ತಾನೇ ಹೋಗುವೆನು ಎಂದು ಹೇಳುತ್ತಾನೆ.
ಆಗ ಅವರ ಮಗಳು ತಂದೆ ತಾಯಿ ಇಬ್ಬರು ಹೋಗುವುದು ಬೇಡ ಹಾಗೂ ತಾನೇ ರಾಕ್ಷಸನ ಒಳಗೆ ಹೋಗುವುದಾಗಿ ಹೇಳಿದಾಗ ತಂದೆ ತಾಯಿ ಇಬ್ಬರಿಗೂ ಬಹಳ ದುಃಖವಾಗುತ್ತದೆ. ಆ ಬ್ರಾಹ್ಮಣ ಪರಿವಾರದ ರೋಧನೆಯನ್ನು ಕೇಳಿ ಅವರ ಅತಿಥಿಗಳಾಗಿ ಬಂದ ಕುಂತಿ ಹಾಗೂ ಭೀಮ ಇಬ್ಬರು ಅವರ ಕಾರಣವೇನೆಂದು ಹೇಳುತ್ತಾರೆ. ಆಗ ಬ್ರಾಹ್ಮಣ ದಂಪತಿಗಳು ತಮಗೆ ರಾಕ್ಷಸನ ಬಳಿಗೆ ಹೋಗುವ ಸರದಿ ಬಂದಿದೆ ಎಂದು ಹೇಳಿ ಗೋಳಾಡಿದರು. ಆಗ ಕುಂತಿಯಾಗು ಭೀಮ ಇಬ್ಬರು ಅವರಿಂದ ಧೈರ್ಯವನ್ನು ಹೇಳುತ್ತಾರೆ. ಆಗ ಕುಂತಿಯೋ ತನ್ನ ಮಗ ಭೀಮನನ್ನು ರಾಕ್ಷಸನ ಬಳಿಗೆ ಕಳಿಸುವುದಾಗಿ ಹೇಳಿ ಅವರಿಗೆ ಊಟ ಮಾಡಲು ಹೇಳುತ್ತಾಳೆ. ಆದರೆ ಬ್ರಾಹ್ಮಣ ದಂಪತಿಗಳು ಮನೆಗೆ ಬಂದ ಅತಿಥಿಗಳನ್ನು ಕಳಿಸಲು ಬಯಸುವುದಿಲ್ಲ. ಆದರೆ ಕುಂತಿಯು ಅವರಿಗೆ ಸಮಾಧಾನ ಹೇಳಿ ಭೀಮನನ್ನು ಕಳಿಸುವುದಾಗಿ ಹೇಳುತ್ತಾಳೆ. ಭೀಮನು ಸಹ ರಾಕ್ಷಸನ ಬಳಿಗೆ ಹೋಗಲು ನಿರ್ಧರಿಸುತ್ತಾನೆ.
ಎರಡನೆಯ ದೃಶ್ಯ
ಅಡವಿಯಲ್ಲಿ ಬಕಾಸುರ ರಾಕ್ಷಸನ ಮನೆ ಕೋಟೆಯಂತೆ ಇತ್ತು, ಅಲ್ಲಿ ಭೀಮನು ಅತ್ಯಂತ ಗರ್ವದಿಂದ ಅತ್ತಿಂದಿದ್ದ ಓಡಾಡುತ್ತಾ ಕೇಕೆ ಹಾಕುತ್ತಿದ್ದನು. ಇದನ್ನು ಕೇಳಿ ಬಕಾಸುರನು ಮನೆಯಿಂದ ಹೊರಗೆ ಇಣುಕಿ ನೋಡುತ್ತಾನೆ.
ಭೀಮನಿಗೆ ಬಕಾಸುರನು ಎಮ್ಮೆಯಂತೆ ಕಾಣಿಸುತ್ತಾನೆ. ಕುಸ್ತಿ ಆಡಲು ಭೀಮನ್ನು ಬಕಾಸುರನನ್ನು ಆಹ್ವಾನಿಸುತ್ತಾನೆ. ಇಬ್ಬರು ಕುಸ್ತಿ ಆಡುತ್ತಾರೆ. ಭೀಮನು ರಾಕ್ಷಸನ ಕುತ್ತಿಗೆಯನ್ನು ಹಿಡಿಯುತ್ತಾನೆ. ರಾಕ್ಷಸನು ಚೀರುತ್ತಾನೆ. ಭೀಮನ ಹಟ್ಟಹಾಸದಿಂದ ನಗುತ್ತಾನೆ. ಬಕಾಸುರನ ಕಣ್ಣು ಕಿತ್ತು ಹೋಗುತ್ತದೆ. ಬಕಾಸುರನನ್ನು ಭೀಮನು ಹಿಡಿದು ನೆಲಕ್ಕೆ ಒಗೆಯುತ್ತಾನೆ. ಭಯಂಕರ ಚಿತ್ಕಾರದೊಂದಿಗೆ ಬಕಾಸುರ ರಾಕ್ಷಸನ ಸತ್ತು ಹೋಗುತ್ತಾನೆ. ಗದ್ದಲ ಜೋರಾಗುತ್ತದೆ. ರಾಕ್ಷಸರು ಓಡಿ ಬರುತ್ತಾರೆ ಹಾಗೂ ಭೀಮನನ್ನು ನೋಡಿ ಭಯದಿಂದ ನೋಡುತ್ತಾರೆ. ಭೀಮನು ರಾಕ್ಷಸನ ಸಿಪಾಯಿಗಳಿಗೆ ಬಕಾಸುರನ ಶವವನ್ನು ಒಯ್ಯಲು ಹೇಳುತ್ತಾನೆ ಹಾಗೂ ಜನರನ್ನು ತಿನ್ನಬೇಡಿರಿ ಎಂದು ಆಜ್ಞಾಪಿಸುತ್ತಾನೆ. ಅವರು ಬಕಾಸುರ ರಾಕ್ಷಸನ ಶವವನ್ನು ಒಯ್ಯುತ್ತಾರೆ. ಭೀಮನ ಗೆಲ್ಲುತ್ತಾನೆ. ಇಲ್ಲಿ ಸತ್ಯಕ್ಕೆ ಜಯ, ಅಸತ್ಯಕ್ಕೆ ಅಪಜಯ ಹಾಗೂ ಅಧರ್ಮಕ್ಕೆ ಸೋಲು ಎಂಬುದನ್ನು ಪ್ರಕಟಪಡಿಸಿದ್ದಾರೆ.
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