I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए:
1. पश्चिमी घाट किसे कहते हैं ?
उत्तर: कर्नाटक प्रान्त में दक्षिण से उत्तर के छोर तक फैली लम्बी पर्वतमालाओं को पश्चिमी घाट कहते हैं।
2. कर्नाटक में कौन-कौन-से जलप्रपात हैं ?
उत्तर: कर्नाटक में जोग, अब्बी, गोकाक, शिवन समुद्र आदि जलप्रपात मनमोहक हैं।
3. श्रवणबेलगोल की गोमटेश्वर मूर्ति की ऊँचाई कितनी हैं ?
उत्तर: श्रवणबेलगोल की गोमटेश्वर मूर्ति की ऊँचाई 57 फूट है।
4. किस नगर को सिलिकॉन सिटी कहा जाता है ?
उत्तर: बेगलू नगर को सिलिकॉन सिटी कहा जाता है।
5. भद्रावती के दो प्रमुख कारखानों के नाम लिखिए।
उत्तर: भद्रावती में कागज, लोहे और इस्पात के बडे कारखाने हैं।
6. सेंट फिलोमिना चर्च किस नगर में है ?
उत्तर: सेंट फिलोमिना चर्च मैसूर नगर में है।
7. बिजयपुरा नगर का प्रमुख आकर्षक स्थान कौन-सा है ?
उत्तर: बिजापुर नगर का प्रमुख आकर्षण स्थान गोलगुम्बज है।
8. अरबी समुद्र कर्नाटक की किस दिशा में है ?
उत्तर: अरबी समुद्र कर्नाटक की पश्चिमी दिशा में है।
9. कर्नाटक की दक्षिण दिशा में कौन-सी पर्वतमालाएँ शोभायमान हैं ?
उत्तर: कर्नाटक की दक्षिण दिशा में नीलगिरी पर्वत मालाएँ शोभायमान हैं।
II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
1. कर्नाटक की प्रमुख नदियाँ और जलप्रपात कौन – कौन-से हैं ?
उत्तर: कावेरी, कृष्णा, तुंगभद्रा आदि कर्नाटक की प्रमुख नदियाँ और लोग, अब्बी, गोकाक, शिवन समुद्र आदि जलप्रपात हैं।
2. कर्नाटक के किन साहितयकारों को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त है?
उत्तर: कुवेम्पु, द.रा. बेन्द्रे, शिवराम कारंत, मास्ति वेंकटेश अय्यंगार, वि.कृ. गोकाक, यू. आर. अनंतमूर्ति, गिरीश कार्नाड, चन्द्रशेखर कम्बार आदि साहित्यकारों को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त है।
3. बाँध और जलाशयों के क्या उपयोग हैं ?
उत्तर: कावेरी, कृष्णा, तुंगभद्रा नदियों पर बाँध बनाये गये हैं। इनसे हजारों एकड़ जमीन सींची जाती है। इसके अलावा इन नदियों के जलाशयों की सहायता से ऊर्जा-उत्पादन केन्द्र भी स्थापित किये गये है।
4. कर्नाटक के कुछ प्रमुख राजवंशों के नाम लिखिए।
उत्तर: कर्नाटक के कुछ प्रमुख राजवंशों के नाम हैं – गंग, कदम्ब, राष्ट-कूट, चालुक्य, होयसल और ओडेयर।
5. बेंगलूर में कौन-कौन-सी बृहत् संस्थाएँ हैं ?
उत्तर: बेंगलूरु में प्रसिद्ध भारतीय विज्ञान संस्थान, एच.ऐ.एल., एच.एम.टी., आई.टी.आई., बी.एच.ई.एल., बी.ई.एल. जैसी बृहत् संस्थाएँ हैं।
III. चार-पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए :
1. कर्नाटक के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन कीजिए।
उत्तर: प्रकृतिमाता ने कर्नाटक राज्य को अपने हाथों से सँवारकर सुन्दर और समृद्ध बनाया है। कर्नाटक की प्राकृतिक सुषमा नयन मनोहर है। पश्चिम में विशाल अरबी समुद्र लहराता है। इसी प्रांत में दक्षिण में उत्तर के छोर तक फैली लम्बी पर्वतमालाओं को पश्चिमी घाट कहते हैं। इन्हीं घाटों का कुछ भाग सह्याद्रि कहलाता है। दक्षिण में नीलगिरी की पर्वतमालाएँ शोभायमान हैं।
2. कर्नाटक की शिल्पकला का परिचय दीजिए।
उत्तर: कर्नाटक की शिल्पकला अनोखी है। बादामी, ऐहोले, पट्टदकल्लु में जो मंदिर हैं, उनकी शिल्पकला और वास्तुकला अद्भुत है। बेलूरु, हलेबीडु, सोमनाथपुर के मंदिरों में पत्थर की सजीव मूर्तियाँ हैं। ये हमें रामायण और महाभारत की कहानियाँ याद दिलाती हैं। श्रवणबेलगोला में 57 फुट ऊँची गोमटेश्वर की एकशिला प्रतिमा शांति और त्याग का संदेश दे रही है। विजयपुरा के गोलगुंबज की व्हिस्परिंग गैलरी वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। मैसूर का राजमहल कर्नाटक के वैभव का प्रतीक है। प्राचीन सेंट फिलोमिना चर्च, जगनमोहन राजमहल का पुरातत्व वस्तु संग्रहालय अत्यंत आकर्षणीय है।
3. कन्नड भाषा तथा संस्कृति को कर्नाटक के साहित्यकारों की क्या देन है ?
उत्तर: कर्नाटक के अनेक साहित्यकारों ने कर्नाटक की कीर्ति संसार में फैलाई है। वचनकार बसवण्णा क्रांतिकारी समाज सुधारक थे। अक्कमहादेवी, अल्लमप्रभु, सर्वज्ञ जैसे अनेक संतों ने अपने वचनों द्वारा प्रेम, दया और धर्म की सीख दी है। पुरंदरदास, कनकदास आदि कवियों ने भक्ति, नीति और सदाचार के गीत गाए हैं। पंपा, रन्ना, पोन्ना, कुमारव्यास, हरिहर, राघवांक आदि कवियों ने कन्नड़ साहित्य को समृद्ध बनाया है। अब-तक कर्नाटक के आठ साहित्यकारों को ज्ञानपीठ पुरस्कार मिल चुका है। यह कन्नड़ भाषा, साहित्य, संस्कृति और कर्नाटक के लिए गौरव का विषय हैं।
IV. कोष्ठक में दिए गए शब्दों में से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थान भरिए:
(गंग, त्याग, पुराण, वैभव, कीर्ति, साबुन, चंदन, शांति)
1. कर्नाटक को ……………… का आगार कहते है।
2. गोमटेश्वर की प्रतिमा दुनिया को त्याग और …….. का संदेश दे रही है।
3. मैसूर का राजमहल कर्नाटक के …………… का प्रतिक है।
4. कर्नाटक के अनेक साहित्यकारों ने सारे संसार में कर्नाटक की ……………. फैलायी है।
उत्तर:
1. चंदन
2. शांति
3. वैभव
4. कीर्ति
V. कन्नड या अंग्रेजी में अनुवाद कीजिए :
1. कर्नाटक में कन्नड भाषा बोली जाती है और इसकी राजधानी बेंगलूर है।
उत्तर: ತಗ-ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಕನ್ನಡ ಭಾಷೆ ಮಾತನಾಡಲ್ಪಡುತ್ತದೆ
ಮತ್ತು ಬೆಂಗಳೂರು ಇದರ ರಾಜಧಾನಿಯಾಗಿದೆ.
2. कर्नाटक में चंदन के पेड विपूल मात्रा में हैं।
उत्तर: ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಗಂಧದ ಗಿಡಗಳು ವಿಪುಲ ಸಂಖ್ಯೆಯಲ್ಲಿವೆ.
3.जगनमोहन राजमहल का पुरातत्व वस्तु संग्रहालय अत्यंत आकर्षणीय है।
उत्तर: ಜಗನ್ನೊಹನ ರಾಜಮಹಲ ಪ್ರಾಚೀನ ವಸ್ತು ಈ ಸಂಗ್ರಹಾಲಯವು ಅತ್ಯಂತ ಆಕರ್ಷಣೀಯವಾಗಿದೆ. ಸಂಗ್ರಹಾಲಯವು ಅತ್ಯಂತ ಆಕರ್ಷಣೀಯವಾಗಿದೆ.
4. वचनकार बसवण्णा क्रांतिकारी समाज सुधारक थे।
उत्तर: ವಚನಕಾರ ಬಸವಣ್ಣನವರು ಕ್ರಾಂತಿಕಾರಿ ಸಮಾಜ
ಸುಧಾರಕರಾಗಿದ್ದರು.
VI. नमूने के अनुसार इन शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए :
उदा : पर्वत अद्रि पहाड गिरि
1. सागर – जलधि – समुद्र – उदधि
2. आगार – मकान – घर – गृह
3. जल – तोय – पानी – नीर
4. आकाश – अंबर – गगन – नभ
VII. विलोम शब्द लिखिए:
1. सुंदर – कुरूप
2. विदेश – स्वदेश
3. आदि – अनादि
4. सजीव – निर्जिव
5. सदाचार – दुराचार
6. आयात – निर्यात
VIII. उदाहरण के अनुसार बहुवचन रूप बनाना सीखिए :
उदा : संधि – संधियाँ
1. मूर्ति – मूर्तियाँ
2. उपलब्धि – उपलब्धियाँ
3. कृति कृतियाँ
4. नीति – नीतियाँ
5. संस्कृति संस्कृतियाँ
6. पद्धति – पद्धतियाँ
IX. विच्छेद कर संधि का नाम लिखिए:
1. दिग्गज – दिक् + गज – व्यंजन संधि
2. पर्वतावली – पर्वत + आवली – दीर्घ संधि
3. संग्रहालय – संग्रह + आलय – दीर्घ संधि
4. जलाशय – जल + आशय – दीर्घ संधि
5. जगनमोहन – जगत् + मोहन – व्यंजन संधि
6. सदाचार – सत् + आचार – व्यंजन संधि
7. अत्यंत – अति । अंत – यण संधि
X. विग्रह कीजिए और समास का नाम लिखिए :
1. देश-विदेश – देश और विदेश – द्वंद्व समास
2. जलप्रपात – जल का प्रपात – तत्पुरुष समास
3. राजवंश – राजा का वंश – तत्पुरुष समास
4. राजमहल – राजा का महल – तत्पुरुष समास
XI. सही विकल्प को रेखांकित कीजिए:
1. तुंगभद्रा नदी इन राज्यों में बहती है –
अ) कर्नाटक-तमिलनाडु
आ) कर्नाटक-महाराष्ट
इ) कर्नाटक-आंध्र प्रदेश
ई) कर्नाटक-केरल
उत्तर: इ) कर्नाटक-आंध्र प्रदेश
2. श्रवणबेलगोला की गोमटेश्वर मूर्ति का निर्माण इन्होंने कराया था।
अ) दीवान पूर्णय्या
आ) मिर्जा इस्माइल
इ) श्री वीरेंद्र हेग्गडे
ई) चामुंडराया
उत्तर: चावंडराया
3. ज्ञानपीठ से पुरस्कृत प्रथम कन्नड साहित्यकार ये हैं –
अ) चंद्रशेखर कंबार
आ) कुवेंपु
इ) यू.आर. अनंतमूर्ति
ई) गिरीश कार्नाड
उत्तर: कुवेंपु.
4. कन्नड भाषा के प्रथम राष्ट-कवि.. की उपाधि से अलंकृत साहित्यकार ये हैं –
अ) गोविंद पै
आ) कुवेंपु
इ) जी.एस. शिवरुद्रप्पा
ई) ती.नं.श्री
उत्तर: गोविंद पै
XII. अर्थ समझिए और वाक्य में प्रयोग कीजिए :
1.तक – थक
उत्तर: अर्थ – तक – अंतर
वाक्य – रोहन पिता के साथ बाजार तक चला गया।
थक – थकान
वाक्य – बूढ़े आदमी को थकान महसूस हुई।
2. चोर – छोर
उत्तर: अर्थ – चोर – चोरी करनेवाला
वाक्य – राजा ने चोर को सजा सुनाई।
छोर – किनारा
वाक्य – हिरन नदी के उस छोर चल गया।
3. बात – भात
उत्तर: अर्थ – बात – बोली
वाक्य – मेरी सहेली मुझसे बात नहीं करेगी।
भात – पकाहुआ चावल
वाक्य – छोइ को भात बहुत पसंद है।
4. काल – खाले
उत्तर: अर्थ – कोल – समयं
वाक्य – कोल सबसे बलवान है।
खाल – चमड़ी
वाक्य – मगरमच्छ की खाल बहुत सख्त होती है।
XIII. अनुरूपता :
1. दक्षिण से उत्तर के छोर की पर्वतमाला : पश्चिमी घाट :: दक्षिण की पर्वतावलियाँ : ………….
2. कर्नाटक : चंदन का आगार :: बेंगलूरु : ……….
3. सी.वी.रामन : नोबेल पुरस्कृत :: सर.एम. विश्वेश्वरय्या : ………..
4. भद्रावती : लोहे और इस्पात :: मैसूर : ……….
5. कावेरी : नदी :: जोग : ………………
6. बेलूरु : शिल्पकला :: गोलगुंबज : …………………..
7. सेंट फिलोमिना : चर्च :: जगनमोहन राजमहल: ………………..
8. कृष्णदेवराय : शासक :: राष्ट-कूट : …………………
9. बसवण्णा : वचनकार :: कनकदास : ……………
10. पंपा : प्राचीन कवि :: कंबार : ……………..
उत्तर:
1. नीलगिरी
2. सिलिकॉन सिटी
3. भारतरत्न
4. चंदन तथा कागज
5. जलपात
6. वास्तुकला
7. पुरातनवस्तु, संग्रहालय
8. राजवंश
9. कीर्तनकार
10. आधुनिक कवि
पाठ से आगे –
I. दिए-गए सही कारक चिह्न रिक्त स्थान में भरिए और इस अनुच्छेद के लिए उचित शीर्षक दीजिए :
(ने, को, से, का, की, के, के लिए, में, पर)।
1. कित्तूर से नौ मील दूरी पर स्थित संगोली नामक एक छोटा-सा गाँव है। इसी गाँव के एक गडरिये परिवार में रायण्णा का जन्म 15 अगस्त सन् 1793 ई. को | हुआ था। इनके पिताजी का नाम भरमण्णा था। रायण्णा के माता का नाम चंचोबा था। रायण्णा ने अपने भाई सिद्दण्णा के संग कसरत के साथ-साथ शस्त्राभ्यास भी किया। परिश्रम के फलस्वरूप कित्तूर रानी चेन्नम्मा के राज्य में रायण्णा मुख्य सेनापति के पद पर आरूढ हुए। उन्होंने अंग्रेजों को देश से भगाकर भारतमाता को स्क्तंत्रता दिलाना ही अपना परम कर्तव्य माना था।
बाएँ से दाएँ –
1. रायचूर जिले से विभक्त होकर उदित नया जिला – नाम पलट गया है। (3)
4. सोने का खान यहाँ है। (3)
5. प्रसिद्ध नाटक-अभिनेता वीरण्णा इस गाँव के थे। (2)
6. इसे कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी कहा जाता है। (3)
7. बीदर जिला के समीप का जिला केंद्र। (3)
8. तुमकूरु जिले के सिद्धगंगा के साथ इस गाँव का नाम चुडा रहता है। (4)
10. यह केलदी संस्थान की राजधानी है। (3)
11. प्रसिद्ध मारिकांबा-मंदिर इस स्थान में है। (3)
13. प्रख्यात तेज गेंदबाज श्रीनाथ इस गाँव के हैं – नाम पलट गया है। (4)
14. कर्नाटक की राजधानी। (4)
15. टीपू सुल्तान का जन्मस्थान। (4)
16. रानी चेन्नम्मा का गाँव। (3)
18. कर्नाटक में अत्यधिक वर्षा होने का स्थान। यहाँ से सूर्यास्त का दृश्य मनमोहक लगता है – नाम पलट गया है। (3)
19. राजा, रानी, रोरर, रॉकेट को इस जलप्रपात में देख सकते हैं। (2)
21. गुफांतर शिल्पकला का अद्भुत उदाहरण इस गाँव में देखा जा सकता है – नाम पलट गया है। (3)
22. हेमावती नदी पर यहाँ बाँध बनाया गया है। (3)
ऊपर से नीचे –
2. मूकांबिका मंदिर यहाँ है। (3)
3. मडिकेरी के पास का विख्यात जलप्रपात। (2)
4. कोडवा भाषा इस जिले में बोली जाती है। (3)
8. शिवप्पनायक की राजधानी, अब एक जिला केंद्र स्थान भी है। (4)
9. प्रख्यात जोग जलप्रपात इस गाँव में है। (4)
10. साडियों को बुननेवाला यह गाँव बागलकोट जिले में
12. शरावती नदी को लाँच दवारा पार कर इस गाँव की चौडेश्वरी देवी के दर्शन करना है। (4)
17. हासन जिले के इस गाँव में बडे सुरंग द्वारा नदी का पानी बहाया गया है – गाँव का नाम पलट गया है। (3)
18. हलेबीडु के साथ जुडा हुआ यह गाँव शिल्पकला | का जीता-जागता उदाहरण है। (3)
20. अणु ऊर्जा उत्पादन केंद्र यहाँ स्थापित है – नाम पलट गया है। (2)
उत्तर:
बाएँ से दाएँ
1. कोप्पला
4. कोलार
5. गुब्बि
6. मैसूर
7. गुल्बर्गा
8. शिवगंगे
10. इक्वेरि
11. सिरसि
13. जावगल
14. बेंगलूर
15. देवदुर्ग
16. कित्तूर
18. आगुंबे
19. जोग
21. बादामी
22. गोरु
ऊपर से नीचे
2. कोल्लूरु
3. अब्बि
4. कोडगु
8. शिवमोग्गा
9. गेरुसोप्पा
10. इलकल
12. सिंगदूरु
17. बागूरु
18. बेलूरु
20. कैगा
कर्नाटक संपदा
कर्नाटक संपदा पाठ का सारांश :
कर्नाटक भारत का एक प्रगतिशील राज्य है। इसकी जनसंख्या करीब छः करोड़ है। कर्नाटक की प्राकृतिक सुषमा नयन मनोहर है। पश्चिम में अरब सागर है तो दक्षिण से उत्तर तक लंबी पर्वतमालाएँ हैं। कर्नाटक की प्रान्तीय भाषा कन्नड़ है और इसकी राजधानी बेंगलूरु है। बेंगलूरु शिक्षा, उद्योग तथा विज्ञान के केन्द्र माना जाता है। इसे ‘सिलिकॉन-सिटी’ भी कहते हैं।
सर सी.वी. रामन, सर एम. विश्वेश्वरय्या, डॉ.सी.एन.आर. राव, डॉ. शकुंतला देवी जैसे दिग्गजों ने वैज्ञानिक तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नारायण मूर्ति ने कर्नाटक का नाम रोशन किया है। सन् 2013 में डॉ. सी.एन.आर. राव को ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया है।
कर्नाटक में सोना, ताँबा, लोहा आदि कई प्रकार की उपयोगी धातुएँ मिलती हैं। भद्रावती में कागज, लोहे और इस्पात के कारखाने हैं। चीनी, सिमेंट, रेशम के भी कारखाने हैं। कर्नाटक को ‘चंदन का आगार’ भी कहते हैं। कर्नाटक की कावेरी, कृष्णा, तुंगभद्रा आदि नदियाँ हजारों एकड़ जमीन को उपजाऊ बनाती हैं। जोग, अब्बी, गोकाक, शिवनसमुद्र आदि जलप्रपात मनमोहक हैं।
कर्नाटक के बादामी, ऐहोले, पट्टदकल्लु शिल्पकला तथा वास्तुकला के अद्भुत नमूने हैं। बेलूरू, हलेबीडु, सोमनाथपुर मंदिरों की मूर्तियाँ सजीव बन पड़ी हैं। 57 फुट ऊँची श्रवणबेलगोला की गोमटेश्वर मूर्ति अत्याकर्षक है। विश्वप्रसिद्ध विजयपुरा का गोलगुम्बज इसी कर्नाटक में है। सेंट फिलोमिना चर्च, जगनमोहन राजमहल (आर्ट गैलरी) का पुरातत्व वस्तु संग्रहालय अति आकर्षक हैं।
कर्नाटक में कई राजवंशों ने शासन किया है। उनमें गंग, कदंब, राष्ट्रकूट, चालुक्य, होयसल, ओडेयर आदि प्रमुख हैं। कृष्णदेवराय, मदकरिनायक, अब्बक्का देवी, कित्तूर चेन्नम्मा, पुलिकेशी द्वितीय आदि राजाओं ने कर्नाटक की अभिवृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
बसवण्णा, अक्कमहादेवी, अल्लमप्रभु, सर्वज्ञ जैसे संतों ने अपने अनमोल वचनों से मार्गदर्शन किया है, तो पुरंदरदास, कनकदास आदि भक्त कवियों ने नीति और भक्ति की सरिता का प्रवाह किया है। इतना ही नहीं, पंपा, रन्ना, पोन्ना, कुमारव्यास, हरिहर, राघवांक जैसे कवियों ने कन्नड़ साहित्य को समृद्ध किया है।
वर्तमान में कुवेंपु, बेंद्रे, कारंत, अय्यंगार, गोकाक, अनन्तमूर्ति, कार्नाड तथा कंबार दिग्गज साहित्यकारों को ज्ञानपीठ पुरस्कार प्राप्त हुआ है। यह हमारे कर्नाटक राज्य के लिए गौरव का विषय है।
ಕರ್ನಾಟಕದ ಸಂಪತ್ತು ಕನ್ನಡದಲ್ಲಿ ಸಾರಾಂಶ:
ಕರ್ನಾಟಕದ ರಾಜ್ಯವು ಭಾರತ ದೇಶದ ಪ್ರಗತಿಶೀಲ ರಾಜ್ಯವಾಗಿದೆ. ಇಲ್ಲಿಯ ಜನಸಂಖ್ಯೆ ಸುಮಾರು 6 ಕೋಟಿ ಇದೆ. ಪ್ರಕೃತಿ ಮಾತೇಯು ರಾಜ್ಯವನ್ನು ತನ್ನ ಕೈಗಳಿಂದ ಶೃಂಗರಿಸಿ ಸುಂದರ ಮತ್ತು ಸಮೃದ್ಧ ಮಯವಾಗಿ ಮಾಡಿದ್ದಾಳೆ. ಕರ್ನಾಟಕದ ಪ್ರಾಕೃತಿಕ ಸೌಂದರ್ಯ ನಯನ ಮನೋಹರವಾಗಿದೆ. ಪಶ್ಚಿಮದಲ್ಲಿ ವಿಶಾಲವಾದ ಅರಬಿ ಸಮುದ್ರ ಹರಿಯುತ್ತಿದೆ. ಇದೇ ಪ್ರಾಂತದಲ್ಲಿ ದಕ್ಷಿಣದಿಂದ ಉತ್ತರದ ತುದಿಯ ವರೆಗೆ ಹಬ್ಬಿದ ಉದ್ದದ ಪರ್ವತ ಮಾಲೆಗಳನ್ನು ಪಶ್ಚಿಮ ಘಟ್ಟಗಳೆಂದು ಕರೆಯುತ್ತಾರೆ. ಇದೇ ಕಟ್ಟಗಳ ಕೆಲವು ಭಾಗವನ್ನು ಸಹ್ಯಾದ್ರಿ ಎಂದು ಕರೆಯಲಾಗುತ್ತದೆ. ದಕ್ಷಿಣದಲ್ಲಿ ನೀಲಿಗಿರಿ ಪರ್ವತ ಮಾಲೆಗಳು ಶೋಭಿಸುತ್ತಿವೆ.
ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಕನ್ನಡ ಭಾಷೆಯನ್ನು ಮಾತನಾಡುತ್ತಾರೆ ಮತ್ತು ಬೆಂಗಳೂರು ಇದರ ರಾಜಧಾನಿಯಾಗಿದೆ. ಇಲ್ಲಿ ದೇಶ ವಿದೇಶಗಳ ಜನರು ಬಂದು ನೆಲೆಸಿದ್ದಾರೆ. ಬೆಂಗಳೂರು ಶಿಕ್ಷಣ ವ್ಯವಸ್ಥೆ ಅಲ್ಲದೆ ದೊಡ್ಡ ದೊಡ್ಡ ಉದ್ಯೋಗ, ವ್ಯಾಪಾರಗಳ ಕೇಂದ್ರವಾಗಿದೆ. ಇಲ್ಲಿ ಪ್ರಸಿದ್ಧ ಭಾರತೀಯ ವಿಜ್ಞಾನ ಸಂಸ್ಥೆ ಎಚ್ಎಎಲ್, ಎಚ್ ಎಮ್ ಟಿ, ಐ ಟಿ ಐ , ಬಿ ಎಚ್ ಈ ಎಲ್, ಬಿಇಎಲ್ ಗಳಂತಹ ಬೃಹತ್ ಸಂಸ್ಥೆಗಳಿವೆ. ಇದಕ್ಕೆ ' ಸಿಲಿಕಾನ್ ಸಿಟಿ' ಎಂದು ಹೇಳುತ್ತಾರೆ.
ಸರ್ ಸಿವಿ ರಾಮನ್, ಸರ್ ಎಂ ವಿಶ್ವೇಶ್ವರಯ್ಯ, ಡಾಕ್ಟರ್ ಸಿ ಎನ್ ಆರ್ ರಾವ್, ಡಾಕ್ಟರ್ ಶಂಕುತಾಲಾದೇವಿ ಎಂತಹ ದಿಗ್ಗಜರು, ವೈಜ್ಞಾನಿಕ ಹಾಗೂ ಔದ್ಯೋಗಿಕ ಕ್ಷೇತ್ರದಲ್ಲಿ ನಾರಾಯಣ ಮೂರ್ತಿಯವರು ತಮ್ಮ ಶ್ರೇಷ್ಠ ಕಾಣಿಕೆಗಳಿಂದ ಕರ್ನಾಟಕವನ್ನು ವಿಶ್ವ ಪರದೆಯ ಮೇಲೆ ಚಿತ್ರಿಸಿದ್ದಾರೆ. 2013ರಲ್ಲಿ ಡಾಕ್ಟರ್ ಸಿಎನ್ಆರ್ ರಾವ್ ಅವರಿಗೆ ಸರ್ವೋಚ್ಛ ಪುರಸ್ಕಾರವಾದ ಭಾರತ ರತ್ನವು ಸಿಕ್ಕಿದೆ.
ಇಲ್ಲಿ ಚಿನ್ನ, ತಾಮ್ರ, ಲೋಹ ಕಬ್ಬಿಣ ಮುಂತಾದ ಎಷ್ಟೋ ಪ್ರಕಾರಗಳು ಉಪಯೋಗಕರ ಧಾತುಗಳಿವೆ. ಭದ್ರಾವತಿಯಲ್ಲಿ ಕಾಗದ, ಲೋಹ, ಗುಂಡುಗಳ ದೊಡ್ಡ ಕಾರಕಾನಿಗಳಿವೆ. ಇದನ್ನು ಹೊರತುಪಡಿಸಿ ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಸಕ್ಕರೆ, ಸಿಮೆಂಟ್, ರೇಶಿಮೆ ಮತ್ತು ಕಾಗದಗಳ ಅನೇಕ ಕಾರ್ಖಾನೆಗಳಿವೆ. ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಗಂಧದ ಗಿಡಗಳು ವಿಪುಲವಾಗಿವೆ. ಇದರಿಂದ ಕರ್ನಾಟಕವನ್ನು ' ಗಂಧದ ಗುಡಿ' ಎಂದು ಕರೆಯುತ್ತಾರೆ. ಇಲ್ಲಿಗಂದದ ಎಣ್ಣೆ ಸೋಪು ಹಾಗೂ ಕಾಲ ಕೃತಿಗಳನ್ನು ಸಹ ತಯಾರಿಸಲಾಗುತ್ತಿದೆ.
ಕರ್ನಾಟಕದಲ್ಲಿ ಕಾವೇರಿ, ಕೃಷ್ಣ, ತುಂಗಭದ್ರ ಮುಂತಾದ ನದಿಗಳು ಹರಿಯುತ್ತಿವೆ. ಈ ನದಿಗಳ ಮೇಲೆ ಆಣೆಕಟ್ಟು ಕಟ್ಟಲಾಗಿದೆ. ಇವುಗಳಿಂದ ಸಾವಿರಾರು ಎಕ್ಕರೆ ಭೂಮಿ ನೀರುಳಿಸಲ್ಪಡುತ್ತಿದೆ.
ಇದಲ್ಲದೆ ಈ ನದಿಗಳ ಜಲಾಶಯಗಳ ಸಹಾಯದಿಂದ ವಿದ್ಯುತ್ ಉತ್ಪಾದನೆ ಕೇಂದ್ರಗಳು ಸಹ ಸ್ಥಾಪನೆಗೊಳ್ಳಿಸಲ್ಪಟ್ಟಿವೆ. ಜೋಗ, ಅಬ್ಬಿ, ಗೋಕಾಕ್, ಮತ್ತು ಶಿವನಸಮುದ್ರ ಮುಂತಾದ ಜಲಪಾತಗಳು ಮನಮೋಹಕವಾಗಿವೆ .
ಕರ್ನಾಟಕ ರಾಜ್ಯದ ಶಿಲ್ಪಕಲೆ ಅದ್ವಿತವಾಗಿದೆ. ಬಾದಾಮಿ, ಐಹೊಳೆ, ಪಟ್ಟದ ಕಲ್ಲುಗಳಲ್ಲಿ ಇರುವ ಮಂದಿರಗಳು ಹಾಗೂ ಅವುಗಳ ಶಿಲ್ಪ ಕಲೆ ಮತ್ತು ವಾಸ್ತು ಅದ್ಭುತವಾಗಿದೆ. ಬೇಲೂರು, ಹಳೇಬೀಡು, ಸೋಮನಾಥಪುರದ ಮಂದಿರಗಳಲ್ಲಿ ಇರುವಂತಹ ಮೂರ್ತಿಗಳು ಜೀವವೇದಂತಿವೆ. ಈ ಸುಂದರ ಮೂರ್ತಿಗಳು ನಮಗೆ ರಾಮಾಯಣ, ಮಹಾಭಾರತ, ಪುರಾಣಗಳ ಕಥೆಗಳನ್ನು ಹೇಳುತ್ತವೆ.
ಶ್ರವಣಬೆಳಗೊಳದಲ್ಲಿ 57 ಅಡಿ ಎತ್ತರದ ಗೊಮ್ಮಟೇಶ್ವರನ ಒಂದೇ ಶಿಲೆಯ ಪ್ರತಿಮೆ ಇದೆ. ಇದು ಇಡೀ ಜಗತ್ತಿಗೆ ತ್ಯಾಗ ಮತ್ತು ಶಾಂತಿಯ ಸಂದೇಶ ನೀಡುತ್ತದೆ.
ವಿಜಯಪುರದ ಗೋಲಗುಮ್ಮಟದ ವಿಸ್ಪರಿಂಗ್ ಗ್ಯಾಲರಿ ವಾಸ್ತು ಕಲೆಯ ಅದ್ವಿತೀಯ ದೃಷ್ಟವಂತವಾಗಿದೆ. ಮೈಸೂರಿನ ರಾಜ ಮಹಾಲ ಕರ್ನಾಟಕದ ವೈಭವದ ಪ್ರತಿಕಾರವಾಗಿದೆ. ಪ್ರಾಚೀನ ಸೇಂಟ್ ಫಿಲೋಮಿನಾ ಚರ್ಚ್, ಜಗನ್ ಮೋಹನ ರಾಜ ಮಹಾಲದ ಪ್ರಾಚೀನ ವಸ್ತು ಸಂಗ್ರಹಾಲಯದ್ ಗಳು ಅತ್ಯಂತ ಆಕರ್ಷಣೆಯಾಗಿವೆ
ಗಂಗಾ, ಕದಂಬ, ರಾಷ್ಟ್ರಕೂಟ, ಚಾಲುಕ್ಯ , ಹೊಯ್ಸಳ, ಒಡೆಯರ ಮುಂತಾದ ರಾಜವಂಶಗಳು ಹಾಗೂ ಕೃಷ್ಣದೇವರಾಯ, ಮದಕರಿ ನಾಯಕ, ರಾಣಿ ಅಬ್ಬಕ್ಕ ದೇವಿ, ಕಿತ್ತೂರು ಚೆನ್ನಮ್ಮ, ಟಿಪ್ಪು ಸುಲ್ತಾನರಂತಹ ಆಡಳಿತಗಾರರಿಂದ ಕರ್ನಾಟಕ ರಾಜ್ಯದ ಉನ್ನತಿಯಲ್ಲಿ ಮಹತ್ವಪೂರ್ಣ ಪಾತ್ರವಿದೆ.
ಕರ್ನಾಟಕದ ಅನೇಕ ಸಾಹಿತ್ಯ ಕಾರರು ಕರ್ನಾಟಕದ ಕೀರ್ತಿ ಹರಡಿದ್ದಾರೆ. ವಚನಕಾರ ಬಸವಣ್ಣ ಕ್ರಾಂತಿಕಾರಿ ಸಮಾಜ ಸುಧಾರಕರಾಗಿದ್ದರು. ಅಕ್ಕಮಹಾದೇವಿ, ಅಲ್ಲಮ್ಮ ಪ್ರಭು, ಸರ್ವಜ್ಞರಂತಹ ಅನೇಕ ವಚನಕಾರರು, ಸಂತರು ತಮ್ಮ ಅಮೂಲ್ಯವಾದ ವಚನಗಳ ಮುಖಾಂತರ ಪ್ರೇಮ, ದಯೆ ಮತ್ತು ಧರ್ಮದ ಜ್ಞಾನವನ್ನು ನೀಡಿದ್ದಾರೆ. ಪುರಂದರದಾಸರು, ಕನಕದಾಸರು, ಮುಂತಾದ ಭಕ್ತ ಕವಿಗಳು ಭಕ್ತಿ, ನೀತಿ, ಸದಾಚಾರಗಳ ಗೀತೆ ಹಾಡಿದ್ದಾರೆ. ಪಂಪ, ರನ್ನ, ಪೊನ್ನ, ಕುಮಾರವ್ಯಾಸ, ಹರಿಹರ, ರಾಘವಾಂಕ ಮುಂತಾದವರು ಮಹಾನ್ ಕಾವ್ಯಗಳನ್ನು ರಚಿಸಿ ಕನ್ನಡ ಸಾಹಿತ್ಯವನ್ನು ಸಮೃದ್ಧಗೊಳಿಸಿದ್ದಾರೆ.
ಕುವೆಂಪು, ದಾರ ಬೇಂದ್ರೆ, ಶಿವರಾಮ ಕಾರಂತ, ಮಾಸ್ತಿ ವೆಂಕಟೇಶ ಅಯ್ಯಂಗಾರ್, ವಿಕೆ ಗೋಕಾಕ್, ಯು ಆರ್ ಅನಂತಮೂರ್ತಿ , ಗಿರೀಶ ಕಾರ್ನಾಡ, ಚಂದ್ರಶೇಖರ ಕುಂಬಾರ ಮುಂತಾದ ಆಧುನಿಕ ಕಾಲದ ಸಾಹಿತ್ಯ ಕಾರರು ಜ್ಞಾನಪೀಠ ಪುರಸ್ಕಾರದಿಂದ ಅಲಂಕೃತರಾಗಿದ್ದಾರೆ. ಇದು ಕನ್ನಡ ಭಾಷೆ, ಸಂಸ್ಕೃತಿ ಹಾಗೂ ಕರ್ನಾಟಕ್ಕೆ ಗೌರವದ, ಹೆಮ್ಮೆಯ ವಿಷಯವಾಗಿದೆ .
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