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पर्यावरण बचाओ - 9 वीं कक्षा की तीसरी भाषा हिंदी पाठ्यपुस्तक प्रश्नावली

 पर्यावरण बचाओ

अभ्यास

I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :

1. आज किसको बचाने की माँग है ?

उत्तर: आज पर्यावरण को बचाने की माँग है।

2. जीव कब तक जगत में रह सकता है ?

उत्तर: जब तक जग में पानी और शुद्ध वायु है। तब तक जीव इस जगत में रह सकता है।

3. कवि किसको शुद्ध रखने की बात करते हैं ?

उत्तर: कवि हवा (वायु) को शुद्ध रखने की बात करते हैं।

4. सोंधी मिट्टी को क्या कहा गया है ?

उत्तर: सोंधी मिट्टी को रानी कहा गया है।

5. जीव जगत के मित्र कौन-कौन हैं ?

उत्तर: जीव जगत के मित्र ध्वनि, मिट्टी, जलवायु आदि है।

6. कवि किसका संकट दूर करने की बात करते हैं?

उत्तर: कवि शोर और मिट्टी का संकट दूर करने की बात करते हैं।

7. कवि एक वृक्ष के बदले में कितने वृक्ष लगाने को कहते हैं ?

उत्तर: कवि एक वृक्ष के बदले ग्यारह वृक्ष लगाने को कहते हैं।


II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :

1. पर्यावरण का महत्व समझाइए।

उत्तर: पर्यावरण के बीना मानव जीवन असंभव है। प्रदूषण बढ़ने की वजह से पर्यावरण संतुलन आज बिगड रहा है। इसकी रक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है।

2. परिसर की रक्षा के लिए हमें क्या-क्या करना चाहिए?

उत्तर: परिसर की रक्षा के लिए हमें वृक्ष लगाना चाहिए। प्रदूषण नहीं फैलाना चाहिए। हमें सभी को समझाना होगा कि वायु की स्वच्छता, पानी की स्वच्छता और मिट्टी की स्वच्छता की वजह से ही मनुष्य जीवन है।

III. जोडकर लिखिए :

1. जग में नित रोपेंगे

2. मिट्टी खाओ

3. मानव का माँग

4. एक वृक्ष जीवन

5. शपथ रानी

6. समय की पानी

उत्तर:

1. जग में पानी

2. मिट्टी रानी

3. मानव का जीवन

4. एक वृक्ष नित रोपेंगे

5. शपथ खाओ

6. समय की माँग


V. भावार्थ लिखिए :

पर्यावरण बचाओ-

कविता कवि परशुराम शुक्ल कवि इन पंक्तियों में कहना चाहते है कि मानव जीवन के मित्र हां ध्वनि, मिट्टी और जलवायु। इनकी रक्षा हम को करनी है। अगर ये प्रदूषणरहित रहेंगे तो हमारा जीवन सुंदर और तंदुरुस्त बनेगा। हमारे आसपास ध्वनिप्रदूषण भी बहुत ज्यादा हो रहा है। आज हम देख रहे है कि मिट्टी में रासायनिक तत्वों का प्रमाण अधिक होने की वजह से हमें पौष्टिक खाध्य नही मिल पा रहा। इसे हमें रोकना होगा। अब यही हमारा प्रथम कर्तव्य है।

VI. निम्नलिखित शब्दों के शुद्ध रूप लिखिएः

1. जिव

2. वायू

3. पनी

4. कतर्वय

5. मनव

उत्तरः

1. जीव

2. वायु

3. पानी

4. कर्तव्य

5. मानव


VII. पशु-पक्षी मानव के मित्र हैं। निम्नलिखित तालिका में 10 पालतू जानवर तथा 10 पक्षियों के नाम लिखिएः

पालतू जानवर

1. गाय

2. बकरी

3. कुत्ती

4. भैंस

5. बिल्ली

6. घोडा

7. गधा

8. बंदर

9. बैल

10. भेङ

पक्षी

1. तोता

2. कबूतर

3. बतख

4. मुर्गी

5. खरगोश

6. मोर

7. हंस

8. बुलबुल

9. गौरैया

10. चील

VIII. निम्नलिखित तालिका में कुछ पेड़-पौधे और फूलों के नाम दिये गए हैं। उन्हें अलग करके लिखिए

पेड-पौधे

1. तुलसी

2. नारियल

3. नीम

4. औदंबर

5. बरगद

6. पीपल

फूल

1. गुलाब

2. चमेली

3. सूरजमुखी

4. चंपा

5. गेंदा


IX. उदाहरण के अनुसार पर्यायवाची शब्द लिखिए।

उदाः पानी जल नीर उदक

1. वायु

2. जगत

उत्तरः

1. वायु : अनिल, समीर, पवन

2. जगत : संसार, भुवन, लोक


X. अनुरूपता :

1. पानी : जल :: वायु : _____

2. मेरा : हमारा :: तेरा : _____

3. 11 : ग्यारह :: 17 : _____

4. सजीव : निर्जीव :: जन्म : _____

उत्तरः

1. पानी : जल :: वायु : पकन

2. मेरा : हमारा :: तेरा : तुम्हारा

3. 11 : ग्यारह :: 17 : सह

4. सजीव : निर्जीव :: जन्म : मृत्यु


पर्यावरण बचाओ 

पर्यावरण बचाओ कविता का सारांश :

कवि परशुराम शुक्ल जी ने कविता में पर्यावरण के बारे में समस्या को पाठकों के सामने उजागर किया है। आजकल हमारे आसपास का वातावरण प्रदूषित हो गया है। हम सबका यह कर्तव्य बनता है कि जब तक हमारा जीवन है हमें पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए। पानी हवा को शुद्ध रखने की कोशिश करनी चाहिए। अगर हवा, पानी शुद्ध रहेंगे मिट्टी भी सुगंधित रहेगी तो सबके लिए हितकारी होगा। तब एक जगत में जीव रह सकता है।

प्रदूषण तीन तरह का है – जल, वायु और ध्वनि। यह हमारे जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है। इनकी रक्षा हमारा प्रथम कर्तव्य माना गया है। ध्वनि | शोर और मिट्टी का प्रदूषण मगर हम दूर करेंगे तो हमारे जीवन में सुख, शांति आ सकती है। पेडों को काटना नहीं चाहिए। लेकिन किसी कारणवश वृक्ष कोटनापडे तो, उसकी जगह पर ग्यारह वृक्ष लगाए जाने चाहिए। पर्यावरण को बचाने का एक यही उपाय महत्वपूर्ण माना गया है।

ಪರ್ಯಾವರಣ ರಕ್ಷಿಸಿ ಕನ್ನಡದಲ್ಲಿ ಸಾರಾಂಶ:

ಪರಿಸರವಿಲ್ಲದೆ ಮಾನವ ಜೀವನ ಅಸಂಭವ. ಶುದ್ಧ ಪರ್ಯಾವರಣ ಜೀವ ಜಗತ್ತಿಗೆ ಅವಶ್ಯಕ. ಈಗ ಜಲ, ಗಾಳಿ ಮತ್ತು ಶಬ್ದ ಮಾಲಿನ್ಯ ಹೆಚ್ಚಾಗುತ್ತಿದೆ. ಪರಿಸರದ ಸಂತುಲನ ಕೆಡುತ್ತಿದೆ. ಆದುದರಿಂದ ಪರ್ಯಾವರಣದ ರಕ್ಷಣೆ ನಮ್ಮೆಲ್ಲರ ಆದ್ಯ ಕರ್ತವ್ಯ. ಕವಿ ಶುಕ್ಲಾ ರವರು ಈ ಜ್ವಾಲಾಂತ ಸಮಸ್ಯೆ ಬಗ್ಗೆ ನಮ್ಮನ್ನು ಎಚ್ಚರಿಸಿದ್ದಾರೆ.

ಪರ್ಯಾವರಣ ರಕ್ಷಿಸಿ ಎಂಬ ಕರೆ ಈಗ ಪ್ರಸ್ತುತವಾಗಿದೆ. ಜಗತ್ತಿನಲ್ಲಿ ಮೀರಿರುವವರೆಗೂ ಜೀವ ಜಂತುಗಳು ಇರುತ್ತವೆ. ಗಾಳಿ ಶುದ್ಧವಾಗಿದ್ದರೆ, ಮಣ್ಣು ಫಲವತ್ತಾಗಿದ್ದರೆ, ಮಾನವನ ಜೀವನ, ಇದು ಎಲ್ಲರಿಗೂ ತಿಳಿದಿರಲಿ.

ಶುದ್ಧ ಮಣ್ಣು ನೀರು ಮತ್ತು ಗಾಳಿ ಜೀವ ಜಗತ್ತಿನ ಮಿತ್ರರು. ಇವುಗಳ ರಕ್ಷಣೆ ಮಾಡುವುದು ನಮ್ಮೆಲ್ಲರ ಕರ್ತವ್ಯ. ಶಬ್ದ ಮಾಲಿನ್ಯ, ನೆಲದ ಮಾಲಿನ್ಯ ನಿವಾರಿಸೋಣ.

ಒಂದು ಮರ ಕಡಿದರೆ 11 ಮರ ಬೆಳೆಸು. ಪ್ರತಿನಿತ್ಯ ಒಂದು ಗಿಡ ನೀಡುತ್ತೇವೆ ಎಂಬ ಶಪಥ ಮಾಡೋಣ. ಪರ್ಯಾವರಣದ ರಕ್ಷಣೆ ಮಾಡು ಎಂಬುದೇ ಇಂದಿನ ಸಂಕಲ್ಪ.
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