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चेरापूँजी से आया हूँ - 9 वीं कक्षा की तीसरी भाषा हिंदी पाठ्यपुस्तक प्रश्नावली

 चेरापूँजी से आया हूँ 

अभ्यास

I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए :

1. किस राज्य को बादलों का घर कहते हैं ?
उत्तर: मेघालय को बादलों का घर कहते है।
2. जीप में लेखक के साथ और कौन बैठे हैं ?
उत्तर: जीप में लेखक के साथ राज्य के एक अधिकारी श्री संगमा और उनके दो दोस्त बैठे हैं।
3. मेघालय के तीन पर्वतीय अंचलों का नाम लिखिए।
उत्तर: खासी पर्वत. गारो पर्वत और जयंतिया पर्वत। ये मेघालय के तीन पर्वतीय अंचल हैं।
4. मेघालय में हर कहीं कौन-सी पारिवारिक व्यवस्था है।
उत्तर: मेघालय में हर कही मातृसत्तात्मक पारिवारिक व्यवस्था है।
5. नोहशंगथियांग प्रपात किस नाम से लोकप्रिय है ?
उत्तर: नोहशंगथियांग मॉसमाई प्रपात के नाम से लोकप्रिय है।
6. गारो समूह किस जाति का अंग माने जाते हैं ?
उत्तर: गारो समूह बोडो जाति का अंग माना जाता है।

II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए :
1. बिजली उत्पादन के बारे में संगमा ने क्या कहा?
उत्तर: मेघालय में खपत से ज्यादा पनबिजली काउत्पादन होता है। अतिरिक्त बिजली अन्य राज्यो को दी जाती है। यदि सभी गाँव बिजली से जगमगा उठे तो, भी अतिरिक्त बिजली का उत्पादन होता रहेगा।

2. माइती बाजार के बारे में तीन वाक्य लिखिए।
उत्तर: मणिपुर की राजधानी इम्फाल में माइती बाजार देखने को मिलता है। माइती बाजार को – माँ का बाजार कहते है। यहाँ वर्गभेद नही मिलता यानी 1 बाजार में अमीर और गरीब घरों की स्त्रियाँ सामान की बिक्री करती नजर आती है।

3. चेरापूँजी की विशेषता क्या है ?
उत्तर: समुद्र की सतह से तेरह सौ मीटर ऊपर यह स्थान है। विश्व में सबसे अधिक वर्षा के लिए यह प्रसिद्ध है। वर्जा, धूप, कोटरे की छुपा-छिपी का खेल यहाँ चलता रहता है।

4. मॉसमाई गाँव की गुफाएँ कैसी है ?
उत्तर: मॉसमाई गाँव की गुफाएँ इतनी अँधेरी हैं कि मशाल या टॉर्च जलाए बिना उनमें प्रवेश नहीं कर सकते। सदियों से यह गुफाएँ इसी तरह है और बहुत दूर-दूर तक चली गयी है।

III. द्वित्व शब्दों को पाठ में से चुनकर लिखिएः
उदाः उमडते घुमडते
1. ऊँचा
2. रीति
3. कल-कल
4. अगले
5. ऊपर
उत्तर:
1. ऊँचा – नीचा
2. रीति – रिवाज
3. कल-कल – छल-छल
4. अगले – बगल
5. ऊपर – नीचे

IV. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए ।
1. मेघालय की राजधानी है _______
2. चेरापूंजी शिलंग से _______ कि.मी. की दूरी पर है।
3. मेघालय में हर कहीं पारिवारिक व्यवस्था _______ है।
4. चेरापूँजी समुद्र की सतह से कोई _______ मीटर ऊपर है।
5. खासियों को समाज में _______ की दृष्टि से देखा जाता है।
उत्तर:
1. मेघालय की राजधानी है शिलंग ।
2. चेरापूंजी शिलंग से 53 कि.मी. की दूरी पर है।
3. मेघालय में हर कहीं पारिवारिक व्यवस्था मातृसत्तात्मक है।
4. चेरापूँजी समुद्र की सतह से कोई तेरह सौ मीटर ऊपर है।
5. खासियों को समाज में सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।

V. जोडकर लिखिए :
1. चेरापूंजी की सड़कें स्त्रियाँ सौदा बेचती है।
2. तमाम दुकानों पर खासी लोगों का प्रमुख नृत्य है।
3. चेरापूंजी में जयंतिया पहाडियों का उत्सव है।
4. नोंगळेम कुहरे से घिरी हुई हैं।
5. बेहडेनखुलाम साल भर वर्षा होती रहती है।
उत्तर:
1. चेरापूंजी की सड़कें कुहरे से घिरी हुई हैं।
2. तमाम दुकानों पर स्त्रियाँ सौदा बेचती है।
3. चेरापूंजी में साल भर वर्षा होती रहती है।
4. नोंगळेम खासी लोगों का प्रमुख नृत्य है।
5. बेहडेनखुलाम जयंतिया पहाडियों का उत्सव है।

VI. बे उपसर्ग जोडकर विलोम शब्द बनाइए :
उदा : हिचक x बेहिचक
1. रोकटोक
2. इज्जत
3. रहमें
4. ईमान
5. कसूर
6. वफा
7. शक
8. ताज
9. सहारा
10. काबू
उत्तर:
1. रोकटोक x बेरोकटोक
2. इज्जत x बेइजत
3. रहमें x बेरहम
4. ईमान x बेईमान
5. कसूर x बेकसूर
6. वफा x बेवफा
7. शक x बेशक
8. ताज x बेताज
9. सहारा x बेसहारा
10. काबू x बेकाबू

VII. अब आपको किसी यात्रा पर जाना है। सोच-समझकर आप इन वाक्यों को एक क्रम से लिखिए :
1. होटल से संपर्क कर कमरा निर्धारित करना।
2. छुट्टी लेना।
3. कपडे, सामान बाँध लेना।
4. यात्रा स्थल को चुनना।
5. वस या रेल में आरक्षण की व्यवस्था कर लेना।
उत्तर
1. यात्रा स्थल को चुनना।
2. छुट्टी लेना।
3. बस या रेल में आरक्षण की व्यवस्था कर लेना।
4. होटल से संपर्क कर कमरा निर्धारित करना।
5. कपडे, सामान बाँधलेना।

VIII. चेरापूंजी में साल भर वर्षा होती रहती है। वर्षा प्रकृति की अनुपम भेंट है। इसी प्रकार प्रकृति के कुछ अन्य देन लाभों की सूची बनाइए –
उदा : जल प्रपात
1. जल प्रवाह
2. जल विद्युत
3. जल धारा

IX. संकेत-बिंदुओं के आधार पर अपनी किसी यात्रा का वर्णन कीजिए :

1. कहाँ गये थे ?
उत्तर: मैं मैसूर गया था।
2. किसके साथ गये थे ?
उत्तर: मेरे मित्रों के साथ गया था।
3. कब गये थे ?
उत्तर: क्रिसमस की छुट्टीयों में गये थे।
4. कैसे गये थे ?
उत्तर: कार से (लेकर) गये थे।
5. उस स्थान में क्या-क्या देखे ?
उत्तर: मैसूर पॉलेस, ललितमहल, जगनमोहन आर्ट गैलरी, मैसूर प्राणिसंग्रहालय, चामुंडी पहाड, कृष्णराजसागर आदि देखा।
6. कोई विशेष अनुभव (एक/दो वाक्य)
उत्तर: जगन्मोहन आर्ट गैलरी देखते ही मुझे अत्यंत खुशी, रोमांचन हुआ। राजा रविवर्मा के पेंटिंग जो विश्वभर में प्रसिद्ध है उन्हें देखकर मन में प्रसन्नता एवं आनंद की लहर दौड पडी। क्यों कि वे चित्र इतने सजग, सजीव लगते हैं मानो हम जीविन इन्सान से मिल रहे है। ऐसे चित्र मैसूर में है यह जानकर मेरा । मन उल्लास से भरगया।

X. कक्षा में चर्चा करके इन दोनों से होनेवाली हानियों को लिखिए।
अतिवृष्टि
1. खेत-खलिहान बह जाते हैं।
2. सथान डूब जाते हैं।
3. लोग पानी में बहकरात्मर जाते है।

अनावृष्टि
1. बिनापानी के खेतखलिहान सूख जाते है।
2. जानवर पशुपक्षी मर जाते हैं।
3. अनाज नही मिलता।

XII. अनुरूपता :
1. कर्नाटक : बेंगलूरु :: मेघालय : _______
2. राजस्थान : रेत का प्रदेश :: मेघालय : _______
3. मणिपुर : इम्फाल :: बाँग्लादेश : _______
4. नोंगक्रेम : नृत्य :: बेहडेनखलाम : _______
उत्तर:
1. कर्नाटक : बेंगलूरु :: मेघालय : शिलंग
2. राजस्थान : रेत का प्रदेश :: मेघालय : बादलों का घर
3. मणिपुर : इम्फाल :: बाँग्लादेश : ढाका
4. नोंगक्रेम : नृत्य :: बेहडेनखलाम : उत्सव

भाषा ज्ञान
I. संधि-विच्छेद कीजिए और संधि क नाम लिखिएः
1. देहांत
2. स्वेच्छा
3. अत्यधिक
4. महोन्नत
5. वीरांगना
6. नायिका
उत्तर:
1. देहांत = देह + अंत = दीर्घसंधि
2. स्वेच्छा = सु + इच्छा = यण् संधि
3. अत्यधिक = अति + अधिक = यण संधि
4. महोन्नत = महा + उन्नत = गुण संधि
5. वीरांगना = वीर + अंगना = दीर्घ संधि
6. नायिका = नै + इक = अयादि संधि

II. संधि कीजिए :
1. मत + अनुसार
2. मुनि + इंद्र
3. गुरु + उपदेश
4. वीर + उचित
5. लोक + उपकार
6. महा + उदय
7. महा + ऋषि
8. सदा + एव
9. लोक + ऐश्वर्य
10. शे + अन
उत्तर:
1. मत + अनुसार = मतानुसार
2. मुनि + इंद्र = मुनिंद्र
3. गुरु + उपदेश = गुरोपदेश
4. वीर + उचित = वीरोचित
5. लोक + उपकार = लोकोपकार
6. महा + उदय = महोदय
7. महा + ऋषि = महर्षि
8. सदा + एव = सदैव
9. लोक + ऐश्वर्य = लोकैश्वर्य
10. शे + अन = शयन

III. उदाफ अनुसार लिखिए :
उदा : देव + आलय = देवालय
1. गोल + _______ = गोलाकार
2. _______ + अनुभूति = महानुभूति
3. रजनी + _______= रजनीश
4. _______ + आगत = स्वागत
5. अति + _______ = अत्यंत
6. अनु + अय =_______
7. ______+ अन = भवन
8. _______ + आज्ञा = पित्राज्ञा
9. पौ + _______ = पावक
उत्तर:
1. गोल + आकार = गोलाकार
2. सह + अनुभूति = महानुभूति
3. रजनी + ईश = रजनीश
4. सु + आगत = स्वागत
5. अति + अंत्य = अत्यंत
6. अनु + अय = अन्याय
7. भो + अन = भवन
8. पित्र + आज्ञा = पित्राज्ञा
9. पौ + अक = पावक

चेरापूँजी से आया हूँ 
चेरापूँजी से आया हूँ पाठ का सारांश :
शिलंग मेघालय की राजधानी खुबसूरत राजधानी है। वहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य की तुलना उत्तर भारत में किसी भी शहर के साथ नहीं होसकती। स्वच्छ, सुंदर पर्वतीय नगर, चारों तरफ हरियाली छाई हुई ऐसा शायद ही देखने को मिले। लेखक जीप से 53 कि.मी. दूर चेरापूंजी की ओर बढ़ रहे थे। साथ में राज्य के अधिकारी श्री संगमा और उनके दो दोस्त भी थे। उन्होंने जो जानकारी दी उसके मुताबिक मेघालय में जलविद्युत का उत्पादन माला की बिक्री से ज्यादा होता है और अतिरिक्त बिजली अन्य राज्यों को देते है।
मेघालय तीन पर्वतीय अंचलों में बँटा हुआ है – खासी पर्वत, गारो पर्वत और जयंतिया पर्वत। हर एक अंचल का अपना महत्व है। अलग संस्कृति है। वहाँ मातृसत्तात्मक पारिवारिक व्यवस्था है। भूमि, धन संपत्ति सब माँ से बेटी को मिलती है। ज्यादातर पूर्वोत्तर राज्यों में स्त्रियों का वर्चस्व देखने को मिलता है। भले ही वहाँ मातृसत्तात्मक परिवार व्यवस्था न हो। मणिपुर की राजधानी इम्फाल में माइती बाजार देखने को मिलता है। माइतीबाजार यानी माँ का बाजार, दिनभर सामान की बिक्री यहाँ की महिलाएँ करती है। यहाँ वर्ग भेद नहीं है। अमीर-गरीब घरों की स्त्रियाँ इस बाजार में मिल जाएँगी। इसबाजार में दुकानों पर बैठी है महिलाएँ – फिर चाहे दुकान फल सब्जियों की हो या चाय की।
आगे बढ़ते हुए लेखक संगमा के साथ चले जाते है। वहाँ एक जगह पर जीप रूकवा दी। सामने नोहरंग थियांग प्रपात जो मॉसमाई प्रपात के नाम से लोकप्रिय है, दिखाई दिया। ऊँचे पहाड से सैंकड़ों कुट नीचे पानी लगातार बिना किसी रुकावट के गिर रहा है। वहाँ से बांग्लादेश ठीक सामने से नजर आ रहा है। अचानक हल्की-हल्की वर्जा शुरू होती है। पलभर में मौसम बदलता है। समुद्र की सतट से तेरह सौ मिटर ऊपर चेरापूँजी है। विश्व में सबसे अधिक वर्षोंवाला स्थान मान जाता है। वहाँ कलकल करते जलप्रपात भी है। मौर पानी से घिरे बाँग्लादेश का भूभाग नजर आता है।
खासी, जयंतिया और गारो इन पहाडियों के लोगों की विशेजताएँ कुछ इस प्रकार है। खासियों को सम्मान की दृष्टी से देखा जाता है। गारो समूह बोडो जाति का अंग है। नोंगक्रेम प्रमुख मृत्य है। जयंतिया पहाडियों के उत्सव का नाम बेहडेनखलाम है। मासमाई काव की गफाएँ हैं, वह। इतनी अंधेरी हैं कि मशाल या टॉर्च जलाए बिना उनमें प्रवेश नहीं कर सकते लेखक के । साथ संगमा और उनके दोस्तों ने मशालें जला ली और गुफाओं के अंदर आगे बढगए।
 
ಚೆರಾಪುಂಜಿ ಬಂದಿದ್ದೇನೆ ಕನ್ನಡದಲ್ಲಿ ಸಾರಾಂಶ:

ಯಾತ್ರೆಯಿಂದ ವಿವಿಧ ಪ್ರದೇಶಗಳ ಜನರ ಜೀವನ, ಪ್ರಾಕೃತಿಕ ಸೌಂದರ್ಯದ ಪರಿಚಯವಾಗುತ್ತದೆ. ಈ ಪಾಠದಲ್ಲಿ ಲೇಖಕರು ಚೆರಾಪುಂಜಿಯ ಬಗ್ಗೆ ಮಾಹಿತಿ ನೀಡಿದ್ದಾರೆ. ಮೇಘಾಲಯ- ಮೋಡಗಳ ಮನೆ, ಮೇಘಾಲಯದ ರಾಜಧಾನಿ ಶಿಲ್ಲಂಗ್, ಸುಂದರ ಹಸಿರು ತೋರಣದ ಪರ್ವತಗಳ ನಗರ, ಇಲ್ಲಿ ಯಾವಾಗಲೂ ಮೋಡ ಮುಸುಕಿದ ವಾತಾವರಣ. ಇಂತಹ ಸ್ವಚ್ಛ, ಸುಂದರ ಪರ್ವತಗಳಿಂದ ಆವೃತವಾದ ದೊಡ್ಡ ನಗರ ಉತ್ತರ ಭಾರತದಲ್ಲಿ ಇಲ್ಲ. ಪರ್ವತ ಪ್ರದೇಶದಲ್ಲಿ ಇಕ್ಕೆಲಗಳಲ್ಲಿ ಬೆಟ್ಟಗುಡ್ಡಗಳು, ಸರ್ಪ ಕಾರದ ರಸ್ತೆ ಚಿರಪುಂಜಿ ಶಿಲ್ಲಾಂಗ್ ನಿಂದ 53 ಕಿ.ಮೀ ದೂರದಲ್ಲಿದೆ. ವರ್ಷವಿಡಿ ಮಳೆ, ನೀರಿನಿಂದ ವಿದ್ಯುತ್ ಉತ್ಪಾದನೆ ಯತ್ತೇಚವಾಗಿ ಬೇರೆ ರಾಜ್ಯಗಳಿಗೂ ಸರಬರಾಜಾಗುತ್ತದೆ.

ಮೇಘಾಲಯ ಮೂರು ಪರ್ವತಗಳ ತಪ್ಪಲಲ್ಲಿ ಇದೆ. ಖಾಸಿ ಪರ್ವತ, ಗಾರೆ ಪರ್ವತ ಮತ್ತು ಜಯಂತಿಯ ಪರ್ವತ, ಮೆಘಾಲಯದಲ್ಲಿ 5 ಜಿಲ್ಲೆಗಳಿವೆ. ಪ್ರತಿ ಜಿಲ್ಲೆಯಲ್ಲೂ ವಿವಿಧ ಸಂಸ್ಕೃತಿ, ವಿವಿಧ ಆಚರಣೆ ಹಾಗೂ ವಿವಿಧ ಉತ್ಸವಗಳು ಇವೆ. ಆದರೆ ಎಲ್ಲೆಡೆ ಮಾತ್ರ ಪ್ರಧಾನ ಸಮಾಜ- ಜಮೀನು, ಧನ ಮತ್ತು ಸಂಪತ್ತು ತಾಯಿಯಿಂದ ಮಗಳಿಗೆ ದೊರೆಯುತ್ತದೆ- ಸ್ತ್ರೀ ಪ್ರಧಾನವಾದ ರಾಜ್ಯವಾದ್ದರಿಂದ ಎಲ್ಲೆಡೆ ಸ್ತ್ರೀಯರಿಗೆ ಮಹತ್ವ ದೊರೆಯುತ್ತಿದೆ. ವ್ಯಾಪಾರ, ವೈವಾಟಿನಲ್ಲೂ ಸ್ತ್ರೀಯರೇನೇ ಮೇಲುಗೈ. ಆದರೆ ಇಂತಹ ವ್ಯವಸ್ಥೆ ಬೇರೆ ಪೂರ್ವ ತರ ರಾಜ್ಯಗಳಲ್ಲಿ ಕಾಣಸಿಗುವುದಿಲ್ಲ ಇದೇ ರೀತಿ ಮಣಿಪುರದ ರಾಜಧಾನಿ ಇಂಪಾಲಾದಲ್ಲೂ ಇದೆ. ಸ್ತ್ರೀಯರದೇ ಪೂರ್ತಿ ಮಾರುಕಟ್ಟೆ ಇದೆ. ಇದನ್ನು ಮಾಹಿತಿ ಬಜಾರ್ ಅಂದರೆ ತಾಯಿಯ ಬಜಾರ್ ಎಂದು ಕರೆಯುತ್ತಾರೆ. ಇಲ್ಲಿ ಬಡವ ಬಲ್ಲಿದ ಭೇದವಿಲ್ಲ ಎಲ್ಲಾ ವರ್ಗದ ಸ್ತ್ರೀಯರು ಮಾರಾಟ ಮಾಡಿ ಸಂಜೆ ಹಿಂತಿರುಗುತ್ತಾರೆ.

ಮುಂದೆ ಕಂಡಿತು ನೋಡ್ಯಾಂಕ್ಯ ತಿಯಂಗ್ ಪ್ರಪಾದ ಇದು ಮಾಸವಾಯಿ ಜಲಪಾತವೆಂದು ಪ್ರಖ್ಯಾತವಾಗಿದೆ. ಎತ್ತರದ ಬೆಟ್ಟದಿಂದ ನೀರು ನಿರಂತಕವಾಗಿ ನೂರಾರು ಅಡಿಗಳ ಪ್ರಪಾತಕ್ಕೆ ಧುಮುಕುತ್ತದೆ. ಅಲ್ಲಿಂದ ಬಾಂಗ್ಲಾದೇಶ ಕಾಣಿಸುತಿತ್ತು ಚಿರಪುಂಜಿಯಲ್ಲಿ ಕೆಲ ಕ್ಷಣ ಬಿಸಿಲು ಮತ್ತೆ ಮಳೆ. ಚಿರಾಪುಂಜಿ ಸಮುದ್ರ ಮಟ್ಟದಿಂದ 13000 m ಎತ್ತರದಲ್ಲಿದೆ. ವಿಶ್ವದಲ್ಲೇ ಅತಿ ಹೆಚ್ಚು ಮಳೆ ಬರುವ ಪ್ರದೇಶ ಎಂದು ಪ್ರಖ್ಯಾತವಾಗಿದೆ.

ಕಾಸಿ ಜನಾಂಗಕ್ಕೆ ಇಲ್ಲಿ ಬಹಳ ಗೌರವವಿದೆ. ಸುಮಾರು 6 ಲಕ್ಷ ಗೋರು ಜನಾಂಗದವರಿದ್ದಾರೆ. ಗೋರು ಜನಾಂಗ ಕೊಡೋ ಜಾತಿಯ ಒಂದು ಅಂಗ, ನೇಮ್ ಕ್ರಾಂ ಎಂಬುದು ಅವರ ಪ್ರಮುಖ ನೃತ್ಯ, ಜಯಂತಿಯ ಜನಾಂಗದ ಉತ್ಸವದ ಹೆಸರು ಬಹಳ ಕಲಾಂ. ಮುಂದೆ ಒಂದು ಗುಂಡದ ಶಿಲೆ ಕಾಣಿಸುತ್ತದೆ. ಅದು ಪ್ರಾಕೃತಿಕ ಶಿವಲಿಂಗ ಮಾಸವಾಯಿ ಗುಹೆಗಳಲ್ಲಿ ದೀಪಗಳ ಬೆಳಕಿಲ್ಲದೆ ಹೋಗಲಾಗುವುದಿಲ್ಲ, ಬೆಳಕಿನ ಪಂಜುಗಳನ್ನು ಹಿಡಿದು ಗುಹೆಗಳ ಒಳಗೆ ನೋಡಿ ಬೆರಗಾದೆವು.

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